बीकानेर राजघराने की लड़ाई अब सड़कों पर आ गई है. बीकानेर पूर्व से विधायक सिद्धि कुमारी ने अपनी सगी बुआ राज्यश्री कुमारी सहित पांच लोगों राजेश पुरोहित, गौरव, पुखराज और कांग्रेस नेता रितु चौधरी के खिलाफ FIR दर्ज करवाई. इसमें उन्होंने कहा कि मेरी संपत्ति को गलत और जूठे तथ्य प्रस्तुत करके हड़पने की कोशिश की जा रही है.
दरअसल, यह विवाद नया नहीं है. बताते चलें कि सिद्धि कुमारी ने साल 2018 के चुनाव में अपनी संपत्ति 8.89 करोड़ बताई थी और 2023 के चुनाव के यह संपत्ति 102 करोड़ बताई. चुनाव से पहले बीकानेर की राजमाता सुशीला कुमारी का निधन हो गया, जो विधायक सिद्धि कुमारी की दादी और राज्यश्री कुमारी की मां हैं.
परिवार का झगड़ा सड़क पर आने का प्रमुख कारण यही है कि राजमाता की 80 करोड़ की संपत्ति पर हक किसका है. चुनाव के समय जब सिद्धि कुमारी ने अपनी संपत्ति 102 करोड़ बताई, तो चुनाव आयोग में राज्यश्री कुमारी ने इसकी शिकायत भी दर्ज करवाई थी.
बीकानेर में यह विवाद आम लोगों की जुबान पर था. बुआ और भतीजी की इस लड़ाई की चर्चा चारों तरफ थी. कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रितु चौधरी ने तब इस मुद्दे को सोशल मीडिया पर जमकर भुनाया था. मगर, विधायक सिद्धि कुमारी ने चुनाव में व्यस्तता के कारण इस पर कोई बात नहीं की, लेकिन चुनाव संपन्न होने के बाद में सिद्धि कुमारी ने अब दर्ज करवाई है.
राजमाता की वसीयत मुंबई में रजिस्टर्ड है. संपत्ति किसके नाम है, यह अभी तक खुलकर सामने नहीं आया है. गौरतलब है कि बुआ-भतीजी में संपत्ति का विवाद इससे पहले भी कोर्ट में चल रहा है. उधर, एफआईआर दर्ज होने के बाद राज्यश्री कुमारी ने भी एक वीडियो जारी कर कहा कि हमारे ऊपर लगे आरोप झूठे हैं. हम मेहनती और हार्ड वर्क करने वाले लोग हैं. हमारे खिलाफ झूठी शिकायत दर्ज कराई गई है. यह शर्मनाक है. हमने लीगल टीम को यह मामला सौंप दिया है.
इनपुट- कुलदीप सिंह