देश, संविधान, अदालत, लोकाचार, सेंसर बोर्ड, कानून सब एक तरफ और करणी सेना के कारिंदे दूसरी तरफ. 21वीं सदी में सुपरपावर बनने की तैयारी में आज भारत की पुलिस मुठ्ठी भर करणी सेना के लोगों के सामने सरेंडर करके बैठी है. मुख्यमंत्री इन पर एक्शन की बजाए इन्हें मनाने में लगे हैं. आज करणी सेना ने संजय लीला भंसाली का वो आफर मान लिया है, जिसमें उन्होंने करणी सेना को फिल्म पद्मावत देखने का न्योता दिया था, जबकी सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को जयपुर दौरे के लिए सरकार जेड सुरक्षा प्रदान करेगी और ये सुरक्षा उनकी जान पर करणी सेना के खतरे को देखते हुए है.