शंकर भगवान सावन के इस महीने में भक्तों का ध्यान स्वयं रखते हैं. उनकी कृपा के दिव्य प्रभाव से हर उलझन सुलझ जाती है. चिंताओं को बादल खुद-ब-खुद छंटने लगते हैं और जीवन में खुशहाली के आगमन के सभी द्वार खुल जाते हैं. इस दौड़ती भागती जिंदगी में इंसान इतना उलझा है कि सही वक्त पर शादी विवाह भी नहीं हो पाती. जाने अनजाने में किए गए पाप कर्म भी ग्रह दशा को कमजोर बनाते हैं. ऐसे में सावन के पावन महीने में शिव शंकर की पूजा, उनकी आराधना जन्म जन्मांतर के पापों का नाश कर सकती है.