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नामकरण भी जिनका बाकी थी, वे मासूम सिस्टम से हारे! देखें 10 तक

नामकरण भी जिनका बाकी थी, वे मासूम सिस्टम से हारे! देखें 10 तक

आज आपको उस व्यवस्था, उस सिस्टम की आपराधिक लापरवाही पर दस्तक देनी है, जिसकी वजह से कुछ दिनों की उम्र वाले फूल जैसे बच्चे मध्य प्रदेश की राजधानी के अस्पताल में जलकर जिंदगी गंवा बैठे. सबसे छोटी उम्र में सबसे बड़ी मौत और सबसे भारी शव अपने माता पिता की गोद में देने वाले कौन हैं? मध्य प्रदेश के गृह मंत्री और भोपाल की सांसद पिछले महीने इस बात की मांग कर रहे थे कि मध्य प्रदेश में जो शूटिंग फिल्म वाले करेंगे उसकी स्क्रिप्ट पहले जांची जाएगी. संस्कृति की रक्षा के नाम पर झंडा बुलंद करने वाला कोई इस बात की जांच क्यों नहीं कर पाया कि अस्पताल में आग से बचाने के उपकरण काम नहीं कर रहे थे? देखिए 10 तक का ये एपिसोड.

A hospital in Madhya Pradesh's Bhopal, where four infants died in a fire, did not have the mandatory fire safety clearance, a top official has said. But the top ministers of Madhya Pradesh were busy asking for quality checks of the films being shot in the state in the name of culture and religion. Watch this episode of 10 Tak.

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