नेपाल में पिछले चार दिनों से व्यवस्था परिवर्तन की मांग पर हिंसक आंदोलन हुए हैं, जिसमें राजनीतिक अस्थिरता, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और आर्थिक असमानता को मुख्य कारण बताया गया है. प्रधानमंत्री, मंत्रिमंडल और राष्ट्रपति के इस्तीफे के बाद भी विरोध प्रदर्शन जारी हैं. सुप्रीम कोर्ट, पार्लियामेंट और पूर्व नेताओं के घरों पर हमले हुए. भारत में विपक्षी दलों ने नेपाल की स्थिति की तुलना भारत में महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों से की है.