इंस्टाग्राम पर अनजान लड़की से दोस्ती करना उज्जैन के एक युवक को भारी पड़ गया. उसकी फीमेल फ्रेंड ने अपने अन्य दोस्तों के साथ मिलकर युवक का अपहरण कर लिया, लेकिन फिरौती की रकम देते समय हुई एक घटना ने किडनैपर्स के पूरे प्लान पर पानी फेर दिया. पुलिस ने मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
उज्जैन पुलिस ने बताया कि घट्टिया थाना इलाके के तिलाड़ा गांव के रहने वाले प्रॉपर्टी ब्रोकर राहुल राठौर की इंस्टाग्राम पर जबलपुर की रहने वाली युवती आयुषी उर्फ कृतिका से कुछ दिन पहले दोस्ती हुई थी. बातचीत के दौरान दोनों के बीच संपर्क बढ़ा और युवती ने राहुल को मिलने के लिए उज्जैन बुलाया. 1
1 सितंबर को गरोठ रोड ब्रिज पर जैसे ही राहुल पहुंचा, आयुषी अपने साथियों संजय गुर्जर, फूल सिंह उर्फ भगवान सिंह और अन्य महिलाओं के साथ वहां पहुंची और राहुल का अपहरण कर लिया.
आरोपियों ने राहुल को कार में बंधक बनाकर पहले 50 लाख रुपये की फिरौती की मांग की और बाद में फिरौती की रकम घटाकर 15 लाख कर दी. जब राहुल के जीजा सतीश राठौर और अन्य लोग पैसे लेकर पहुंचे, लेकिन इसी दौरान आरोपी घबरा गए और भागने की कोशिश की, लेकिन उनकी कार खेत की मेढ़ से टकरा कर पलट गई. मौके का फायदा उठाते हुए परिजनों ने राहुल को बचा लिया. आरोपी मौके से तो फरार हो गए, लेकिन बाद में पुलिस की घेराबंदी में सभी 6 आरोपी पकड़े गए.
पुलिस ने क्या कार्रवाई की?
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी राहुल को दो दिन तक अलग-अलग जगहों पर घुमाते रहे. साथ ही उसका फोन इस्तेमाल कर PIN लेकर गाड़ी में डीज़ल भरवाया और खाने पीने का सामान खरीदा.
पुलिस ने बताया कि युवतियां जबलपुर की रहने वाली हैं, जबकि दो आरोपी माकड़ोन थाना क्षेत्र के हैं. सभी आरोपियों से नेटवर्क, आपराधिक रिकॉर्ड और अन्य संदिग्ध गतिविधियों को लेकर विस्तृत पूछताछ की जा रही है.
इनका कहना
एएसपी नितेश भार्गव ने कहा, ''इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर अनजान लोगों से बातचीत करते समय सतर्क रहना आवश्यक है. युवती ने प्रेमजाल में फंसाकर युवक का अपहरण किया और फिरौती की मांग की. हमने आरोपियों को पकड़ लिया है और पूरे नेटवर्क की जांच कर रहे हैं.''