पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की कार्रवाई का कांग्रेस विरोध कर रही है. क्या कांग्रेस आतंकी संगठन पीएफआई का समर्थन करती है? क्या प्रियंका गांधी, दिग्विजय सिंह के बयान का समर्थन करती हैं? यह सवाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी से पूछे हैं.
कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी गुरुवार को मध्य प्रदेश के मंडला में चुनावी रैली करने के लिए पहुंचीं. रैली से पहले मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रियंका पर सवालों की बौछार कर दी.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह की तरफ से आतंकी संगठन PFI पर कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े करने के मुद्दे पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रियंका गांधी इस सवाल का जवाब दें कि क्या वे दिग्विजय सिंह के बयान का समर्थन करती हैं?
सीएम शिवराज ने मीडिया के हवाले से प्रियंका गांधी से कहा कि आपकी पार्टी के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पीएफआई पर कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं. पीएफआई पर कार्रवाई होती है, तो दिग्विजय सिंह विरोध करते हैं. क्या यही कांग्रेस का स्टैंड है? सीएम ने कहा कि पीएफआई टेरर फंडिंग करती है. वह संगठन आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त है, वह देश की दुश्मन है. ऐसे संगठन का समर्थन करना क्या दिखाता है?
प्रियंका गांधी जी, जवाब तो देना होगा: CM शिवराज
एमपी के सीएम ने पूछा कि आतंकवादियों को महिमा मंडित करना, सर्जिकल स्ट्राइक का विरोध करना, पीएफआई पर कार्रवाई का विरोध करने वाले बयान से क्या आप (प्रियंका) भी सहमत हैं? मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रियंका जी आज मध्य प्रदेश में आपको जवाब देना पड़ेगा कि दिग्विजय सिंह के बयान से आप सहमत हैं या नहीं?
दिग्विजय सिंह ने दी सफाई
अब इसको लेकर दिग्विजय सिंह ने सफाई दी है कि उनके बयान को कुछ मीडिया चैनलों ने गलत तरीके से पेश किया. कांग्रेस सांसद ने X पर लिखा, कुछ मीडिया संगठनों द्वारा पूछे गए सवाल पर मेरे जवाब को ग़लत तरीक़े से quote किया जा रहा है जोकि मैंने नहीं कहा है. सांप्रदायिकता भड़कानेवाले संगठन PFI का मैंने कभी समर्थन नहीं किया है. मैं धर्म के नाम से सांप्रदायिकता फैलानेवाले व्यक्ति, संगठन के खिलाफ हूं और सदैव रहूंगा.
दरअसल, एक न्यूज एजेंसी की खबर के मुताबिक, प्रतिबंधित PFI के खिलाफ NIA की छह राज्यों में 20 स्थानों पर तलाशी अभियान को लेकर मध्य प्रदेश के उज्जैन में राज्यसभा सांसद ने कहा था कि अगर इस संगठन के खिलाफ कोई आरोप है, तो छापेमारी करना ठीक है, लेकिन ऐसे 97 फीसदी मामलों में आरोप झूठे पाए गए हैं. एक सवाल का जवाब देते हुए सिंह ने प्रवर्तन निदेशालय (ED), आयकर विभाग और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो सहित केंद्रीय एजेंसियों को राजनीतिक हथियार करार दिया था.
एमपी में प्रियंका गांधी ने क्या कहा?
वहीं, मध्य प्रदेश के मंडला में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला. कांग्रेस नेत्री ने कहा, ''कांग्रेस ने आपको जो भी अधिकार दिए थे और आपको सशक्त बनाने के लिए जो भी काम किए थे, बीजेपी के सत्ता में आने पर वो सब आपसे छीन लिए गए. मनरेगा लागू नहीं किया गया. गांवों में रोजगार के अवसर नहीं होने के कारण पलायन बढ़ गया है. आपकी जमीन छीनी जा रही है. आपको अपनी उपज का सही दाम नहीं दिया जाता है.जब आप आंदोलन करते हैं तो आप पर गोलियां चलाई जाती हैं..."
कांग्रेस सरकार ने आदिवासी बहनों को रुपये देना बंद कर दिया था: शिवराज
इससे पहले मीडिया से चर्चा में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि प्रियंका जी आप मंडला आ रही हैं, आदिवासी जिला है, आप जवाब दें कि बैगा, भारिया, सहरिया जाति की पिछड़ी बहनों को मैं 1000 रुपये देता था, कमलनाथ ने, कांग्रेस सरकार ने वो क्यों बंद किये, आदिवासी बहनें जवाब मांग रही हैं?
झूठ की गारंटी देती है कांग्रेस: मुख्यमंत्री
CM शिवराज ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस ने मुंह में राम बगल में छुरी जैसा उदाहरण पेश किया है. सामने आदिवासी प्रेम और पीछे दी गई सुविधा को समाप्त करने का अपराध कांग्रेस ने किया है. प्रियंका जी जवाब तो देना होगा.क्या प्रियंका जी, पिछली बार की तरह मध्यप्रदेश में फिर झूठ की गारंटी देने आ रही हैं, जवाब तो देना होगा.