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Kidney Health: किडनी खराब करती हैं ये 3 गलतियां, बढ़ाती हैं Kidney failure का रिस्क, एक तो रोज कर रहे आप

Kidney Health: किडनी हमारे शरीर के लिए कई काम करती है लेकिन जाने-अनजाने रोजमर्रा की 3 आदतें हमारी किडनी को बुरी तरह डैमेज कर सकती हैं. यहां हम आपको उन्हीं गलतियों के बारे में बता रहे हैं.

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किडनी डैमेज का रिस्क बढ़ाती हैं ये 3 गलतियां (Photo: Getty)
किडनी डैमेज का रिस्क बढ़ाती हैं ये 3 गलतियां (Photo: Getty)

Kidney Health: अक्सर लोगों के बीच किडनी की सेहत अक्सर तब तक नजरअंदाज की जाती है जब तक कि उसे गंभीर नुकसान न हो जाए. कुछ सामान्य लेकिन रोजमर्रा की आदतें धीरे-धीरे आपकी किडनी को चुपचाप नुकसान पहुंचाती हैं और किडनी की बीमारी के गंभीर होने की संभावना को बढ़ाती हैं.

ब्रिटेन में नेफ्रोलॉजी रजिस्ट्रार के तौर पर काम करने वाले डॉ. अर्जुन सभरवाल अपने इंस्टाग्राम और यूट्यूब के जरिए भारत में किडनी की बीमारी और पुरानी लाइफस्टाइल कंडीशन के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने हाल ही में तीन रोज की ऐसी गलतियों की जानकारी दी जो लोग रोज करते हैं और उससे किडनी के काम करने की क्षमता धीरे-धीरे कम होने लगती है. इससे उनके पूरे शरीर पर असर डाल पड़ता है.

रोज पेनकिलर लेना गलत

उन्होंने बताया कि पेन रिलीवर आमतौर पर सुरक्षित होती हैं अगर उन्हें कभी-कभार लिया जाए. हालांकि बिना डॉक्टर की देखरेख के उनका ज्यादा इस्तेमाल करना खतरनाक है. दर्द से राहत के लिए आप इसके अलावा कोई और तरीका भी आजमा सके हैं जैसे कि फिजिकल थेरेपी, स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज या ऐसी दवाएं शामिल हैं जिनका किडनी पर कम असर होता है. जो लोग अक्सर पेनकिलर लेते हैं, उन्हें स्ट्रेस या अंगों को नुकसान के शुरुआती लक्षणों को पकड़ने के लिए किडनी फंक्शन के लिए बार-बार टेस्ट करवाना चाहिए. 

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हर्बल सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल खतरनाक

बहुत से लोग मानते हैं कि हर्बल इलाज सुरक्षित हैं लेकिन डॉ. सभरवाल कहते हैं कि कुछ सप्लिमेंट्स में हेवी मेटल्स होते हैं जैसे लेड, मरकरी या आर्सेनिक. हर्बल दवाएं लेने से समय के साथ किडनी में ये टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं और उन्हें गंभीर नुकसान हो सकता है. कई स्टडीज से पता चलता है कि कई खराब क्वालिटी के हर्बल प्रोडक्ट्स एक्यूट और क्रॉनिक किडनी डिजीज का खतरा बढ़ा सकते हैं.

बिना टेस्ट किए या बिना लाइसेंस वाले प्रोडक्ट्स से बचें और जल्दी या चमत्कारी नतीजों का वादा करने वाले दावों से सावधान रहें. अगर नेचुरल प्रोडक्ट्स में टॉक्सिक सब्सटेंस हों तो उनके भी खतरनाक नतीजे हो सकते हैं.

हाई ब्लड शुगर को नजरअंदाज करना

क्रॉनिक हाई ब्लड शुगर किडनी की बीमारियों का एक मुख्य कारण है. किडनी में HbA1c लेवल बढ़ने से फिल्टरिंग यूनिट पर लगातार दबाव पड़ने से उनके खून और पानी के बैलेंस में कमी आ सकती है. डॉ. सभरवाल के अनुसार, लंबे समय तक बिना कंट्रोल वाला ब्लड शुगर डायबिटिक किडनी की बीमारी का खतरा बहुत बढ़ा देता है. यह खतरा बार-बार पेनकिलर लेने या खराब सप्लीमेंट लेने से और बढ़ जाता है.

किडनी को नुकसान से बचाने के लिए ब्लड शुगर पर कंट्रोल रखना जरूरी है. हेल्दी डाइट, रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी और दवाएं लेने से ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद मिल सकती है. किडनी के नुकसान का लक्षण दिखने से पहले ही पता लगाने के लिए रेगुलर यूरिन और ब्लड टेस्ट किया जा सकता है.

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