आजकल अर्थराइटिस एक समस्या बन गई है. जीवनशैली और खानपान में गड़बड़ ही इसकी सबसे बड़ी वजह बन रही है. पहले के समय में तो यह बीमारी 50 साल की उम्र के पार ही लोगों को घेरती थी लेकिन अब तो युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. गठिया से ग्रसित मरीजों को आमतौर पर घुटनों, एड़ियों, पीठ, कलाई या गर्दन के जोड़ों में दर्द हो सकता है. इससे जोड़ों में सूजन की भी परेशानी आ सकती है. दरअसल, जब शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है तो गठिया की समस्या का सामना करना पड़ता है. यह जोड़ों में जमने लगता है और क्रिस्टल बना देता है. इस वजह से लालपन, भयंकर दर्द और सूजन की समस्या होने लगती है.
गठिया की बीमारी में प्यूरीन युक्त चीजों समेत कुछ चीजों से बचाव करना काफी जरूरी है. अगर आप भी गठिया की बीमारी से जूझ रहे हैं तो हम कुछ ऐसी चीजों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जिनका सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए. ऐसा करना आपकी परेशानी को और ज्यादा बढ़ा सकता है.
रेड मीट
अगर आप गठिया की समस्या से जूझ रहे हैं तो रेड मीट और ऑर्गन मीट का सेवन कम से कम करना चाहिए या पूरी तरह बचाव करना चाहिए. इनमें प्यूरीन काफी ज्यादा होता है. अगर आप नियमित रूप से इनका सेवन करते हैं तो जोड़ों का दर्द और ज्यादा बढ़ सकता है.
शुगर ड्रिंक्स
जो शुगरी ड्रिंक्स होती हैं उनमें फ्रुक्टोज और शुगर की मात्रा अधिक होती है. इन चीजों का सेवन अगर कोई करता है तो इससे यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने लगता है और गठिया की समस्या तेज हो जाती है. बेशक इन ड्रिंक्स में प्यूरीन की मात्रा ज्यादा नहीं होती लेकिन फिर भी यह सेहत के लिए नुकसानदायक साबित होती हैं.
प्रोसेस्ड फूड्स
अगर आप गठिया की परेशानी से जूझ रहे हैं तो चिप्स, स्नैक्स, फ्रोजन मील जैसे प्रोसेस्ड फूड्स से बचाव करना जरूरी है. यह चीजें आपकी सेहत के लिए बिल्कुल भी सेहतमंद नहीं हैं और जोड़ों में गठिया की समस्या को और भी बदतर बना सकते हैं.
रिफाइंड कार्ब्स-
अगर आप गठिया के दर्द से परेशान हैं तो कभी व्हाइट ब्रेड, केक, सफेद चावल और कुकीज जैसी चीजें नहीं खानी चाहिए. इन चीजों में ना तो प्यूरीन ज्यादा होता है और ना ही फ्रुक्टोज लेकिन फिर भी यह सेहत के लिए अच्छी नहीं होती हैं. इन सभी चीजों कोई पोषक तत्व नहीं पाए जाते हैं. इनका सेवन यूरिक एसिड का लेवल बढ़ा सकता है.
मछली
गठिया के मरीजों को रेड मीट के अलावा मछली का सेवन करने से भी बचना चाहिए. मछली और शेलफिश खाना गठिया के मरीजों के लिए खतरनाक हो सकता है. इन मरीजों को सार्डियन, टूना आदि मछलियों को खाने से बचना चाहिए.