उत्तराखंड में कोरोना महामारी के कारण ठप रही चारधाम यात्रा 22 अप्रैल को पूरे उत्साह के साथ हुई थी. धार्मिक अनुष्ठान के साथ यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट खोले गए थे और इसके साथ ही शुरू हो गई थी बहुप्रतीक्षित चार धाम यात्रा. केदारनाथ और बद्रीनाथ के कपाट भी 25 और 27 अप्रैल को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए थे.
अब इस यात्रा में खराब मौसम विलेन बनता नजर आ रहा है. चारधाम यात्रा की शुरुआत के साथ ही पहले दिन से खराब मौसम की वजह से इस धार्मिक यात्रा में बाधाएं आ रही हैं. इन बाधाओं के कारण प्रशासन की तैयारियों, तैयारियों को लेकर बड़े-बड़े दावों पर सवाल उठ रहे हैं. श्रद्धालुओं को यात्रा मार्ग पर आगे बढ़ने, अपने आराध्य तक पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
मौसम विभाग ने उत्तराखंड को लेकर अगले पांच दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने अगले पांच दिन तक उत्तराखंड में तेज हवाओं के साथ ही पर्वतीय इलाकों में भारी बर्फबारी का अनुमान व्यक्त किया है. मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए प्रशासन भी अब एक्शन में आ गया है. एहतियातन केदारनाथ यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन 5 मई तक के लिए बंद कर दिया गया है.
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार ने चारधाम यात्रा की योजना बना रहे लोगों से अपील की है कि जब मौसम सही नहीं हो जाता, वे यात्रा की योजना कुछ दिन के लिए टाल दें. दूसरी तरफ, केदारनाथ और बद्रीनाथ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है. इसे देखते हुए भी पुलिस तीर्थयात्रियों को चारधाम यात्रा की अनुमति नहीं दे रही.
गौरीकुंड-केदारनाथ मार्ग बंद
उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में भारी हिमपात हो रहा है. इसकी वजह से गौरीकुंड से केदारनाथ जाने वाले मार्ग 3 मई को बंद करने पड़े. प्रशासन ने तीर्थयात्रियों को मौसम की जानकारी से अपडेट रहने, जरूरी दवाएं पास रखने, ऊंचाई पर ट्रेकिंग करने से पहले स्वास्थ्य जांच कराने की सलाह दी है. ट्रेकर्स को भी मौसम की जानकारी से अपडेट रहने के लिए कहा गया है.
1. अगले एक हफ्ते के लिए मौसम विभाग के पूर्वानुमान को देखते हुए क्या आपको और परिवार को यात्रा करनी चाहिए?
उत्तराखंड पुलिस और प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपनी यात्रा कुछ दिन के लिए टालने की अपील की है. पुलिस प्रशासन का कहना है कि केवल तभी यात्रा करें जब मौसम साफ हो. मौसम विभाग के मुताबिक 3500 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में 4 मई तक भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है.
2. अगर पहले ही वहां जा चुके हैं तो क्या और ऊपर जाना चाहिए? अगर नहीं तो परिवार के साथ कहां रह सकते हैं?
इस समय, भारी बर्फबारी के कारण केदारनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई है. 3 मई को भारी बर्फबारी के कारण ये फैसला लिया गया. ऐसे में यात्रा पर निकले श्रद्धालु श्रीनगर, रुद्रप्रयाग और ऋषिकेश में रुक सकते हैं.
3. अगर यात्रा जारी रखना नहीं चाहते तो अपने परिवार के साथ कैसे लौटें?
अगर आप चारधाम यात्रा पर निकले हैं और इसे जारी रखना नहीं चाहते और उत्तरकाशी से वापस लौटना चाहते हैं तो ऋषिकेश या हरिद्वार, मसूरी में रुक सकते हैं. वहां से आप अगले दिन बाकी की यात्रा छोड़कर अपने घर वापस लौट सकते हैं.
4. मौसम बिगड़ने की स्थिति में यात्रा मार्ग पर होटल और परिवहन के क्या विकल्प हैं?
चारधाम यात्रा मार्ग पर पौड़ी, रुद्रप्रयाग, ऋषिकेश, उत्तरकाशी, मसूरी और देहरादून में अच्छे होटल उपलब्ध हैं. जबकि परिवहन के लिए प्राइवेट टैक्सी और बस की सुविधा भी उपलब्ध है. चारधाम के लिए ऋषिकेश यात्रा रजिस्ट्रेशन सेंटर पर बसें उपलब्ध हैं.
5. मेडिकल सुविधा के लिए क्या विकल्प हैं, यात्रा मार्ग पर अच्छे हॉस्पिटल हैं?
चारधाम यात्रा मार्ग पर श्रीनगर और उससे आगे उत्तराखंड सरकार की ओर से स्वास्थ्य जांच के लिए कैंप की सुविधा उपलब्ध कराई गई है. रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, चमोली, ऋषिकेश और पौड़ी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी हैं. देहरादून और ऋषिकेश में अच्छी स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध है. ऋषिकेश में AIIMS हॉस्पिटल है तो वहीं देहरादून में दून पीजी मेडिकल कॉलेज और मैक्स हॉस्पिटल हैं.
प्रशासन ने जारी किए फोन नंबर
उत्तराखंड प्रशासन ने चारधाम यात्रा को लेकर टूरिस्ट केयर सेंटर भी स्थापित किए हैं. चारधाम यात्रा के दौरान किसी तरह की सहायता की जरूरत हो तो यात्री टोल फ्री नंबर 1364 या 0135-3520100 पर कॉल कर सकते हैं. इसके अलावा सरकार की ओर से इमरजेंसी के लिए 112, 108, 1364 नंबर जारी किए हैं. प्रशासन के मुताबिक चारधाम की यात्रा पर निकले श्रद्धालु 0135 - 2559898, 0135 - 2552627, 0135 - 3520100 पर भी संपर्क कर सकते हैं.