पूर्व केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी और दिवंगत संजय गांधी के बेटे वरुण गांधी ने अपने चुनाव प्रचार सभाओं में एक खास संप्रदाय के खिलाफ इस कदर आक्रामक तेवर दिखाए कि खुद उनकी पार्टी सकते में आ गई. जिला प्रशासन ने भी उन्हें नोटिस भेज दिया है.
अपनी चुनाव सभाओं में वरुण अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ बेहद कठोर भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं. उनके ये भाषण स्थानीय मीडिया में खासे चर्चित हो रहे हैं.
इन रिपोर्टों के मुताबिक एक सभा में उन्होंने कहा कि अगर किसी गलत तत्व के आदमी ने किसी हिंदू पर ये सोच कर हाथ उठाया कि वह कमजोर है तो मैं गीता पर हाथ रखकर कहता हूं कि मैं उस हाथ को काट डालूंगा. वरुण के ऐसे भाषणों की वजह से इस इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैलने की खबर है.
दिलचस्प बात यह है कि भाजपा में भी इन भाषणों से नाराजगी है. भाजपा नेता नरेश वर्मा ने कहा कि मैं भाजपा कार्यकर्ता हूं और हिंदू भी, लेकिन इसके बावजूद सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने वाली चुनाव प्रचार शैली के खिलाफ हूं. अगर वरुण ने अपना तरीका नहीं बदला तो मैं चुनाव प्रचार से खुद को अलग कर लूंगा.