सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को टेलिकॉम सर्विस से जुड़े एक मामले पर सुनवाई हुई. अदालत में टेलिकॉम कंपनियों द्वारा दी जा रही सर्विस पर सवाल खड़े किए जा रहे थे. इसी बीच सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस अरुण मिश्रा ने भी अपना दर्द बयां कर दिया. जस्टिस मिश्रा ने कहा कि मेरे घर में तो फोन-इंटरनेट नहीं चलता है. 10 में से 6 बार उनकी कॉल ड्रॉप होती है.
मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस अरुण मिश्रा बोले कि टेलिकॉम कंपनियों की कुछ सर्विस तो बिल्कुल भी काम नहीं करती है. कम से कम मेरे घर में तो फोन या फिर इंटरनेट की सुविधा काम ही नहीं करती है.
इसके बाद जस्टिस मिश्रा ने कहा कि मेरे तो 10 में से 6 कॉल ड्रॉप हो जाती है. उन्होंने कहा कि इन सभी सर्विस में कमियां हैं, इसी वजह से ऐसी बातें सामने आती हैं.
गौरतलब है कि कॉल ड्रॉप का मुद्दा पिछले काफी समय से चलता आ रहा है. जिसे लेकर ग्राहकों की तरफ से कई बार शिकायत दर्ज की जा चुकी है. वहीं मामला सुप्रीम कोर्ट में है और केंद्र को इसपर फटकार भी लग चुकी है.
इससे पहले भी जब ये मामला सामने आया था तब टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने इन मामलों पर स्वतंत्र जांच कराने का वादा किया था. TRAI ने सभी दूरसंचार ऑपरेटरों को कॉल ड्रॉप और सर्विस क्वालिटी के बारे में जवाब देने को भी कहा था.
बता दें कि अक्सर जब फोन पर बात करते हुए अचानक फोन कट जाता है या फिर आवाज आनी कम हो जाती तो उसके पीछे कई बार कॉल ड्रॉप ही होती है. ऐसा अक्सर लंबे कॉल के वक्त होता है.