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सांप्रदायिक दंगों के पीछे संघ की विचारधारा का हाथ: जायसवाल

केन्द्रीय कोयला राज्य मंत्री जायसवाल ने कहा कि आरएसएस के पूर्व प्रमुख सुदर्शन ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ जो बयानबाजी की है उसकी जितनी भी निंदा की जाये कम है. इस बयान से कांग्रेस कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि आम जनता भी आहत है.

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केन्द्रीय कोयला राज्य मंत्री जायसवाल ने कहा कि आरएसएस के पूर्व प्रमुख सुदर्शन ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के खिलाफ जो बयानबाजी की है उसकी जितनी भी निंदा की जाये कम है. इस बयान से कांग्रेस कार्यकर्ता ही नहीं बल्कि आम जनता भी आहत है.

उन्होंने कहा कि इसका विरोध करने के लिये जब कांग्रेस कार्यकर्ता और आम जनता शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं तो आरएसएस के लोग उन पर पत्थरबाजी कर रहे हैं.

जायसवाल ने कहा कि आरएसएस ने समय समय पर देश की जनता को विभाजित करने और उनके बीच नफरत का बीज बोने का काम किया है. किसी भी शांत प्रदर्शन का जवाब हमेशा आरएसएस कार्यकर्ताओं ने पत्थर और नफरत से दिया है और इस बार भी वह ऐसा ही कर रहे हैं.

जायसवाल ने कहा कि देश में जितने भी सांप्रदायिक दंगे और फसाद हुये हैं उनसे पीछे संघ कार्यकर्ताओं की नफरत फैलाने की विचारधारा ही जिम्मेदार रही है. संघ ने हमेशा लोगों के मन में नफरत का बीज बोया है.

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कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी द्वारा कुछ समय पहले सिमी और आरएसएस को एक समान बताए जाने के बारे में पूछे जाने पर जायसवाल ने कहा कि राहुल ने कोई भी गलत बात नहीं कही, कोई भी विघटनकारी ताकत जो देश को तोड़ने का काम करती है उससे आम जनता को दूर रहना चाहिये ताकि वह अपने खतरनाक मंसूबो में कामयाब न होने पाये.

जायसवाल से जब पूछा गया कि केन्द्र में तो कांग्रेस की सरकार है और अगर वह आरएसएस को इतना घातक संगठन मानते हंै तो उस पर प्रतिबंध क्यों नहीं लगवा देते, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रतिबंध लगाने या न लगाने का काम गृह मंत्रालय का है और उसे इसके बारे में सोचना चाहिये.

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