कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर निशाना साधा. राजीव गांधी फाउंडेशन के वीडियो को लेकर दिग्विजय सिंह ने सोमवार सुबह कहा कि क्या ट्विटर भारत में किसी शक्तिशाली शख्स के इशारों पर काम कर रहा है? इसके साथ ही दिग्विजय सिंह ने कानूनी विकल्प तलाशने की धमकी भी दी.
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा, 'क्या ट्विटर भारत में किसी शक्तिशाली शख्स के निर्देशों पर काम कर रहा है? राजीव गांधी फाउंडेशन का एक हानिरहित सूचनात्मक वीडियो ट्विटर पर क्यों स्वीकार नहीं किया जा रहा है? ट्विटर से मुझे इस मुद्दे पर स्पष्टीकरण चाहिए. क्या वे जवाब देंगे? चलो देखते हैं. अन्यथा मुझे कानूनी विकल्प तलाशने पड़ सकते हैं.'
Is Twitter acting on instructions of someone powerful in India? Why a harmless informative video of Rajiv Gandhi Foundation, is not being accepted on Twitter? Twitter owes me an explanation on this issue. Would they respond? Let’s see. Otherwise I may have to seek Legal Options
— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 29, 2020
दरअसल, राजीव गांधी फाउंडेशन की फंडिंग और चीनी कनेक्शन को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर ताबड़तोड़ सवाल दागे थे. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा था कि पीएम नेशनल रिलीफ फंड जो लोगों की सेवा और उनको राहत पहुंचाने के लिए है, उससे साल 2005-08 तक राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा क्यों गया?
बीजेपी के सवालों पर कांग्रेस पार्टी ने कहा था कि राजीव गांधी फाउंडेशन को साल 2005-06 में PMNRF से 20 लाख रुपये की मामूली धनराशि मिली थी, जिसका इस्तेमाल अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में राहत कार्यों में खर्च किया गया. इसके अलावा PMNRF से कोई पैसा नहीं मिला.