द सिटी ब्यूटिफुल के नाम से मशहूर चंडीगढ़ शहर में आजकल एक नए महमान के आने की चर्चा जोरों पर है. यह नया मेहमान कोई इंसान नहीं, बल्कि भारत के सबसे छोटे हिरण का हाल ही पैदा हुआ बच्चा है.
यह दिखने में आपको खरगोश या फिर बड़े आकार का चूहा जैसा लगे, लेकिन यह भारत के सबसे छोटे हिरण का दो हफ्ते पहले जन्मा बच्चा है. माउस डियर के नाम से जाने जाने वाले इस हिरण के बच्चे ने चंडीगढ़ के प्रसिद्ध छतबीड़ चिड़ियाघर में फ़रवरी के पहले हफ्ते में जन्म लिया है.
भारत के इतिहास में यह पहली बार है जब इस प्रजाति के हिरण ने उत्तर भारत में प्रजनन किया है, क्योंकि यह प्राणी दक्षिण भारत सहित समूचे दक्षिणी-पूर्वी एशिया के जंगलों में पाया जाता है और विलुप्ति की कगार पर खड़ा है.
इस चिड़ियाघर में आए इस नन्हें मेहमान ने अधिकारियों और कर्मचारियों के चेहरों पर रौनक ला दी है. चिड़ियाघर के फील्ड डाइरेक्टर डॉ. मनीष कुमार कहते हैं, 'माउस डियर का आकार महज 25 से 30 सेंटीमीटर और वजन दो से चार किलोग्राम के बीच होता है. ये रात के समय ही अपने बिलों से बाहर निकलता है और बेहद शर्मिला जानवर है. जंगल ख़त्म होने और इस जानवर के वास करने के स्थान सिकुड़ने के कारण इनकी संख्या बेहद कम रह गई है और अब इस प्रजाति को लुप्तप्राय श्रेणी में रखा गया है.
चंडीगढ़ के छतबीड़ चिड़ियाघर में हिरणों की कुल 11 प्रजातियां हैं. इनमें माउस डियर के अलावा लुप्तप्राय मणिपुर डियर, स्वांप और कस्तूरी मृग भी शामिल हैं.