केंद्र सरकार ने शुक्रवार को मध्य वर्ग और किसानों को बड़ा झटका दिया है. सरकार ने पीपीएफ पर मिलने वाले ब्याज की दर में कटौती कर कर दी है.
पीपीएफ पर अब तक 8.7 फीसदी की दर से सालाना ब्याज मिलता था, लेकिन अब नए नियम के मुताबिक, सिर्फ 8.1 फीसदी ही ब्याज मिलेगा.
इसके साथ ही सरकार ने किसान विकास पत्र पर मिलने वाले ब्याज में भी कटौती की है. किसान विकास पत्र पर अब तक 8.7 फीसदी ब्याज मिलता था, जिसे अब 7.8 फीसदी कर दिया गया है.
बता दें कि इसके पहले बजट भाषण में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि पीपीएफ निकासी पर टैक्स लगेगा, हालांकि विरोध के बाद सरकार को यह फैसला वापस लेना पड़ा.
पहले भी आया था ऐसा फैसला
फरवरी में भी सरकार ने ऐसा फैसला लिया था जिसमें कम अवधि के लिए लघु बचत करने वालों को अब ब्याज भी कम मिलेगा. केंद्र सरकार ने एक, दो और तीन साल की अवधि के लिए की जाने वाली लघु बचत, किसान विकासपत्र और पांच साल की आवर्ती जमा योजना पर ब्याज दर 0.25 फीसदी घटा दी है.