लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन बिल पर चर्चा से पहले मोदी सरकार रणनीति बनाने में जुट गई है. संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में कोर ग्रुप की बैठक हुई. इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी मौजूद रहे. बैठक में अनुच्छेद 370 में बदलाव के बाद कश्मीर के हालात की समीक्षा भी की गई.
बैठक के बाद लोकसभा में आज जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक पर बहस शुरू हो गई है. इस दौरान सदन की कार्यवाही शुरू होते ही गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के बीच तीखी नोंक-झोक देखने को मिली. पहले गृह मंत्री ने जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक सदन के पटल पर पेश किया.
इसके बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने अपनी राय सदन में रखनी शुरू की. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने रातो-रात नियम कायदों को ताक पर रखकर जम्मू कश्मीर के टुकड़े कर दिए और इसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया.
अमित शाह ने इस पर अधीर रंजन चौधरी को तुरंत टोका. गृह मंत्री ने कहा, "आप ये स्पष्ट कर दें कि ये कांग्रेस का स्टैंड है कि संयुक्त राष्ट्र कश्मीर को मॉनिटर कर सकता है." इसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ. अमित शाह ने बार बार कहा कि आप ये स्पष्ट कर दें कि कश्मीर को UN मॉनिटर कर सकता है...आपने अभी कहा है.