कोरोना संकट के बीच आज भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकली. सुप्रीम कोर्ट की सोशल डिस्टेंसिंग समेत तमाम गाइडलाइन्स के बीच रथयात्रा निकली. पुरी में बिना श्रद्धालुओं की मौजूदगी में रथ यात्रा निकाली गई तो अहमदाबाद में मंदिर परिसर में रथयात्रा निकाली गई.
आपको बता दें कि गुजरात हाईकोर्ट के आदेश के बाद अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा नहीं निकल रही. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भक्तों को मंदिर परिसर में ही दर्शन की अनुमति है. सुबह मंगला आरती के बाद गुजरात के सीएम विजय रुपाणी ने भगवान जगन्नाथ के दर्शन किए और परंपरा के मुताबिक सोने के झाड़ू से सफाई की.
मौसी के घर जाते हैं भगवान जगन्नाथ
भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलराम के साथ अपनी मौसी के घर जाते हैं. गुंडिचा मंदिर भगवान जगन्नाथ की मौसी का घर माना जाता है. यहां भगवान 7 दिनों तक आराम करते हैं. इसके बाद वापसी की यात्रा शुरु होती है. ओडिशा में पुरी के अलावा भी कई जगहों पर ऐसी यात्राएं आयोजित की जाती हैं.
पीएम नरेंद्र मोदी ने दी शुभकामना
रथयात्रा की शुरुआत से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी शुभकामनाएं दी.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा, 'रथ यात्रा के पावन अवसर पर सभी देशवासियों, विशेष रूप से ओडिशा में प्रभु जगन्नाथ के श्रद्धालुओं को बधाई. मैं कामना करता हूं कि प्रभु जगन्नाथ की कृपा, कोविड-19 का सामना करने के लिये हमें साहस व संकल्प-शक्ति प्रदान करे और हमारे जीवन में स्वास्थ्य और आनंद का संचार करे.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के पावन-पुनीत अवसर पर आप सभी को मेरी हार्दिक शुभकामनाएं। मेरी कामना है कि श्रद्धा और भक्ति से भरी यह यात्रा देशवासियों के जीवन में सुख, समृद्धि, सौभाग्य और आरोग्य लेकर आए। जय जगन्नाथ.'
सुप्रीम कोर्ट ने कल दी थी सशर्त हरी झंडी
इधर सुप्रीम कोर्ट ने हरी झंडी दी और उधर जय जगन्नाथ के उद्घोष के साथ पुरी गूंज उठा. सेवादारों ने तीनों रथ खींचकर मुख्य मंदिर तक पहुंचाए और रथयात्रा की तैयारियां युद्धस्तर पर शुरू हो गई. सुप्रीम कोर्ट ने यात्रा के ठीक एक दिन पहले हुई सुनवाई में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा पर कोरोना संक्रमण के चलते लगी रोक हटा ली, लेकिन कड़ी शर्तों के साथ.
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पुरी में लगाया गया कर्फ्यू, सख्त पाबंदी
आज भी हर साल की तरह पुरी में रथयात्रा निकलेगी, लेकिन नजारा बेहद अलग होगा. न पहले जैसी भीड़ होगी, दूसरी जगहों से पुरी में भक्तों की आवाजाही. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत सोमवार रात 9 बजे से ही पुरी में कर्फ्यू लगा दिया गया है, जो बुधवार दोपहर 2 बजे तक जारी रहेगा, इस दौरान किसी को घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं है.
अहमदाबाद में भी रथयात्रा
अहमदाबाद में भी रथयात्रा निकलती है. आज गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने सोने के झाड़ू से झाड़ू लगाकर रथ खींचा. हालांकि रथयात्रा मंदिर परिसर से बाहर नहीं निकलेगी. चंद भक्तों के बीच सुबह 4 बजे मंगला आरती और दर्शन शुरू हुए.
जगन्नाथ रथ यात्रा को सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी, शर्तों के साथ मिली इजाजत
भगवान जगन्नाथ को रथ में बिठाकर पूरे दिन भक्त मंदिर परिसर में ही दर्शन कर सकेंगे. सिर्फ 10 लोगों को एक साथ मंदिर परिसर में आने की इजाजत मिलेगी. सोशल डिस्टेंसिंग और थर्मल चेकिंग के बाद भक्तों को मंदिर में आने दिया जाएगा.