दुनिया को कई मौकों पर अपनी सूझबूझ और क्षमता का कायल बनाने वाले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की काबिलियत के पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश भी मुरीद हैं. अपने कार्यकाल में भारत के साथ ऐतिहासिक असैन्य परमाणु उर्जा समझौता करने वाले बुश ने मनमोहन के बारे में अपने जज्बात को आखिरकार जाहिर करते हुए कहा ‘‘मैं वाकई प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पसंद करता हूं. प्रधानमंत्री एक समझदार नेता हैं.’’ ज्ञातव्य है कि बुश के कार्यकाल में ही विषम परिस्थितियों के बावजूद भारत-अमेरिका परमाणु समझौता हुआ था. उस वक्त भी मनमोहन प्रधानमंत्री थे.
दोबारा भारत आकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं
मनमोहन ने बुश को एक दिन पहले ‘भारत का महान मित्र’ बताया था. भारत की यात्रा पर आए बुश के सम्मान में शुक्रवार को भोज आयोजित करने वाले प्रधानमंत्री ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति से कहा था कि भारत के लोग उनसे प्रेम करते हैं. बुश ने वर्ष 1991 में मनमोहन द्वारा वित्त मंत्री के तौर पर शुरू की गई उदारीकरण की प्रक्रिया को उस साल हुई दो महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक बताते हुए कहा कि इससे भारत और अमेरिका के रिश्तों में बदलाव की शुरुआत हुई थी. मार्च 2006 के बाद दूसरी बार भारत की यात्रा पर आए बुश ने कहा कि वह यहां दोबारा आकर ‘सम्मानित’ महसूस कर रहे हैं.
भारत विविधताओं भरा राष्ट्र है
बुश ने कहा ‘‘तीन साल पहले मैं और लॉरा यहां आए थे तब हमें बहुत सम्मान मिला था. भारत सभ्यताओं पर आधारित जीवंत और विविधताओं भरा राष्ट्र है. मैं यहां आकर नमस्ते कहने का मौका तलाश रहा था.’’ मार्टिन लूथर किंग के कथन को उद्धत करते हुए बुश ने कहा कि किंग कहा करते थे कि अन्य लोग पर्यटन के लिये भारत जाते होंगे लेकिन वह भारत को एक तीर्थस्थल मानते हैं और उसी भावना से इस देश की यात्रा करते हैं. भविष्य में भारत-अमेरिका सम्बन्धों में और मजबूती आने के प्रति विश्वास व्यक्त करते हुए पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा ‘‘हम यहां न सिर्फ तीर्थयात्रियों की हैसियत से आए हैं बल्कि प्रशंसक और मित्र के रूप में भी यहां पहुंचे हैं.’’ गुजरे वक्त को याद करते हुए उन्होंने कहा ‘‘जब मैं टेक्सास का गवर्नर था तब मुझे भारत में शुरू हुए बदलाव के बारे में पता लगा था. जब मैं राष्ट्रपति बना तो भारत मेरे लिये प्राथमिकता बन चुका था. मैंने कहा था कि 21वीं सदी में हम भारत को एक उभरते हुए देश के रूप में देखेंगे और अमेरिका को उस पर ध्यान देगा होगा.’’