रामेश्वरम में मछुआरों ने श्रीलंकाई नौसेना की कार्रवाई के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. गिरफ्तारी और नावों की जब्ती से नाराज होकर मछुआरे और उनके परिवार रेलवे ट्रैक पर बैठ गए. बताया जा रहा है कि सैकड़ों मछुआरे और उनके परिजन थंगाचिमदाम से रैली निकालते हुए रेलवे ट्रैक पर पहुंचे और धरना शुरू कर दिया.
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि रामेश्वरम से समुद्र में जाने वाले मछुआरे अक्सर कच्चथीवू, नेडुंथीवू और आसपास के क्षेत्रों में श्रीलंकाई नौसेना के घेरे में आ जाते हैं. इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाता है और उनकी नावें भी जब्त कर ली जाती हैं.
मछुआरों ने श्रीलंकाई नौसेना के खिलाफ किया प्रदर्शन
मछुआरों ने कहा कि गिरफ्तार किए गए साथियों को जेल में अमानवीय हालात झेलने पड़ते हैं. उनकी रिहाई के लिए भारी-भरकम जुर्माना भरना पड़ता है. वहीं जब्त की गई नावें लंबे समय तक बंद रहने से खराब हो जाती हैं जिससे मछुआरों को भारी नुकसान होता है.
रामेश्वरम से ताम्बरम जाने वाली ट्रेन हुई लेट
गुस्से में आए मछुआरों और उनके परिवारों ने चेतावनी दी कि अगर सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती तो आंदोलन और तेज किया जाएगा. इस प्रदर्शन के कारण रामेश्वरम से ताम्बरम जाने वाली ट्रेन करीब 20 मिनट की देरी से रवाना हुई. मछुआरों ने साफ कहा कि वे तब तक आवाज उठाते रहेंगे जब तक गिरफ्तार साथियों की रिहाई नहीं हो जाती और नावें वापस नहीं मिलतीं.