गोवा के पूर्व लोकनिर्माण विभाग मंत्री चर्चिल अलेमाओ ने पांच साल पहले शायद सपने में भी सोचा नहीं होगा कि जिस जेल की वो आधारशिला रख रहे हैं, उसी में वो कैदी बनकर आएंगे.
2010 में रखी थी जेल की नींव
लुईस बर्जर मामले में हाल में गिरफ्तार किए गए अलेमाओ को गुरुवार को नवनिर्मित कोलवले जेल भेजा गया. क्राइम ब्रांच की हिरासत में सात दिन रहने के बाद उन्हें
न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. गोवा से वह पहले ऐसे नेता हैं जिन्हें इस नई जेल में भेजा गया है. इस जेल की आधारशिला उन्होंने 2010 में रखी थी.
जिला जेल की ओर बढ़ते हुए अलेमाओ ने अपने समर्थकों से कहा, ‘कोलवले जेल की आधारशिला मैंने रखी थी. वहां पर्याप्त सुविधाएं हैं.’ जिला जज बीपी देशपांडे ने गुरुवार को न्यायिक हिरासत में चल रहे पूर्व मंत्री को रिमांड पर भेज दिया. उनकी जमानत याचिका लंबित है.
जेल पर खर्च हुए 107 करोड़ रुपये
पणजी से 40 किलोमीटर की दूरी पर 107 करोड़ रुपये की लागत से बनी कोलवले जेल 2,25,034 वर्ग मीटर के दायरे में फैली है. इस साल 30 मई को इसका उद्घाटन
किया गया था. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के दिशा निर्देशों को ध्यान में रखते हुए जेल को ‘सुधार गृह’ कहा जाता है. अगुआडा जेल के कैदियों को पहले ही कोलवले
जेल में स्थानांतरित कर दिया गया है, जिसमें 300 कैदियों को रखने की व्यवस्था है. नई जेल में 15 बिस्तर वाला अस्पताल, एक दंत चिकित्सा इकाई, पैथोलोजी लैब
और दवा की एक दुकान है.