केंद्रीय कैबिनेट ने बुधवार को एक बार फिर अनूप कुमार श्रीवास्तव को तीन महीने के लिए इंटर स्टेट काउंसिल सेक्रेटेरियट (ISCS) के सचिव पद का अतिरिक्त प्रभार सौंपा हैं. इससे पहले इसी साल मई में भी उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी. 1981 बैच के असम-मेघालय कैडर के आईएएस अधिकारी श्रीवास्तव केंद्रीय गृह मंत्रालय में सीमा प्रबंधन सचिव के पद पर पहले से हैं.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने की थी IAS प्रवीर की पैरवी?
इससे पहले 22 सितंबर को कैबिनेट ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी प्रवीर कुमार को अचानक उनके मूल कैडर उत्तर प्रदेश भेजने का फैसला किया. गौरतलब है कि साल
1982 बैच के आईएएस अधिकारी कुमार को बमुश्किल तीन हफ्ते पहले 28 अगस्त को उन्हें आईएससीएस में सचिव के पद पर नियुक्त किया गया था. हालांकि इस
फैसले के पीछे का कारण तो नहीं बताया गया. लेकिन ऐसी अटकलें हैं कि पैरवी के दम पर उन्हें मनचाही पोस्टिंग मिली है. कयास लगाए जा रहे हैं कि उनका एक रिश्तेदार किसी वरिष्ठ कांग्रेस नेता के साथ काम करने वाला राजनीतिक कार्यकर्ता
है.
इन अफसरों का भी हुआ तबादला
-कैबिनेट सचिवालय में सचिव के तौर पर तैनात संजय कुमार श्रीवास्तव को राष्ट्रीय रासायनिक हथियार सम्मेलन प्राधिकरण के अध्यक्ष पद का और सचिव (सुरक्षा) के
पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. गौरतलब है कि गुरदयाल सिंह संधु और डी पी सिन्हा की सेवानिवृति के कारण यह फैसला किया गया.
-सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के सचिव अनूप के पुजारी को इस्पात सचिव का अतिरिक्त प्रभार तीन महीने के लिए दिया गया है. राकेश सिंह की सेवानिवृति के कारण यह पद खाली हुआ था.
-कानून सचिव पीके मल्होत्रा को तीन महीने या नियमित नियुक्ति किए जाने तक विधायी कार्य विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है.
-लोक उद्यम विभाग के सचिव अमीसिंग लुइखम को पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय के सचिव पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.
भाषा से इनपुट