यूपीए-2 के सबसे बड़े कैबिनेट फेरबदल के बाद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पहली बार सरकार में शामिल सभी मंत्रियों के साथ गुरुवार को अहम बैठक करने वाले हैं. बैठक में संपूर्ण मंत्रिपरिषद के मंत्री शामिल होंगे.
सूत्रों के मुताबिक बैठक में सरकार के कार्यकाल के शेष 18 महीने की रणनीति तय की जाएगी. बताया जा रहा है कि मंत्रियों को उनके टॉप 5 एजेंडे तय करने के लिए कहा गया है. साथ ही बैठक में सरकार की नीतियों को जनता तक ले जाने की सलाह दी जाएगी.
सूत्रों के अनुसार मंत्रियों को विवादित बयान ना देने और आपसी टकराव से बचने की सलाह भी दी जा सकती है. हर तीन महीने में काम की समीक्षा और महीने में दो बार संबंधित इलाकों में दौरा किए जाने के आदेश भी दिए जा सकते हैं.
बताया जा रहा है कि मंत्रियों को निजी स्टाफ पर बारीकी से नजर रखने की नसीहत दी जा सकती है. साथ ही आईबी से मंजूरी मिले बिना काम ना सौंपे जाने की हिदायत भी दी जा सकती है.
ऐसा शायद तीसरी बार हुआ है, जब सिंह ने अपने संपूर्ण मंत्रिपरिषद की बैठक बुलायी है. प्रधानमंत्री के अलावा बैठक को वित्त मंत्री पी चिंदबरम भी संबोधित करेंगे.
सरकार की छवि बेहतर करने के उपायों पर भी बैठक में विचार किया जाएगा. इसके अलावा कैबिनेट और सीसीईए की भी बैठक होगी.