सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) की बहु-प्रतीक्षित 12,000 करोड़ रुपये की दूसरी सार्वजनिक पेशकश (एफपीओ) 20 या 27 सितंबर को आ सकती है.
ओएनजीसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक ए के हजारिका ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘ओएनजीसी के निदेशक मंडल ने कल विवरणी पुस्तिका (रेड हेयरिंग प्रोस्पेक्टस) को मंजूरी दे दी. सरकार के निर्देश के मुताबिक इसे जमा किया जाएगा.’ विवरणी पुस्तिका सेबी के पास 5 सितंबर को जमा किया जा सकता है.
एफपीओ 20 या 27 सितंबर को आ सकता है. इसके जरिये सरकार ओएनजीसी में अपनी 5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेच रही है. उन्होंने कहा, ‘ओएनजीसी की मजबूत स्थिति को देखते हुए हमें विश्वास है कि निवेशकों की प्रतिक्रिया जबर्दस्त रहेगी.’ ओएनजीसी के निदेशक मंडल ने कंपनी के अप्रैल-जून तिमाही के वित्तीय परिणाम को शामिल करने के बाद ओएनजीसी के निदेशक मंडल ने विवरणी पुस्तिका को मंजूरी दी है.
कंपनी ने 2010-11 में एफपीओ लाने की योजना बनायी थी लेकिन बाद में इसे 5 अप्रैल तक के लिये टाल दिया गया क्योंकि बाजार नियामक सेबी की सूचीबद्धता नियमों के तहत कंपनी के निदेशक मंडल में पर्याप्त संख्या में स्वतंत्र निदेशक नहीं थे. बाद में एफपीओ 5 जुलाई को लाने की योजना बनसयी गयी लेकिन बाजार में प्रतिकूल स्थिति के कारण कंपनी ने योजना टाल दी.
एफपीओ के बाद कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी मौजूदा 74.14 प्रतिशत से घटकर 69.14 प्रतिशत हो जाएगी.