तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार हुई. इसके बाद पार्टी ने आत्ममंथन शुरू कर दिया है. अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार को चौंकाने वाला और चिंता का विषय बताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस को भाजपा के हाइपर नेशनलिज्म का जवाब खोजना होगा.
'जीत ने बढ़ाया BJP का मनोबल'
उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई से की खास बातचीत में रविवार को कहा कि भाजपा हर चुनाव ऐसे लड़ती है जैसे कि ये देश की आखिरी लड़ाई हो, विपक्षी दलों को इससे सीखना चाहिए. तीनो राज्यों छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्यप्रदेश में भाजपा की जीत ने 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले पार्टी का मनोबल बढ़ा दिया है. हमारे लिए छत्तीसगढ़ और राजस्थान की हार चौंकाने वाली है. हालांकि, चारो बड़े राज्यों हमारी पार्टी का वोट शेयर प्रतिशत 40 फीसद पर बरकरार है. मुझे विश्वास है कि हमारी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व जल्द ही इन कमियों को दूर करेंगे.
उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि बूथ प्रबंधन और चुनाव के दिन निष्क्रिय मतदाताओं को मतदान केंद्र तक लाने जैसे मुद्दों पर ध्यान देकर हम लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के वोट शेयर 45 प्रतिशत तक बढ़ सकता हैं.
'खोजना होगा नेशनलिज्म का जवाब'
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को भाजपा के ध्रुवीकरण और हाइपर नेशनलिज्म का इलाज खोजना होगा, जिससे बीजेपी को करारा जवाब मिलेगा. ये एक सुनहरा मौका है जब भाजपा ने लोगों मुफ्त में मिलने वाली चीजों के खिलाफ टिप्पणी करना बंद कर दिया है, लेकिन मैं भाजपा के ध्रुवीकरण, मुस्लिम विरोध और ईसाई विरोधी प्रचार और नेशनलिज्म को लेकर ज्यादा चिंतित हूं और कांग्रेस को इसी मुद्दे पर उन्हे घेरना चाहिए, जिससे भाजपा को करारा जवाब मिलेगा.
'चुनाव नहीं जीता सकता जाति जनगणना का मुद्दा'
2024 के चुनावों के लिए जाति जनगणना के मुद्दे के सवाल पर बोलते हुए पी. चिदंबरम ने कहा यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, लेकिन चुनाव जीतने का निर्णायक कारक नहीं हो सकता है. मेरे विचार में इस वक्त बेरोजगारी और मुद्रास्फीति के हर सर्वे की सूची में हम सबसे ऊपर हैं. ये दो मुद्दे हैं जो लोगों को सबसे चिंता है.
चुनौती देने वाले उम्मीदवारों की करनी होगी पहचान
वहीं, उन्होंने लोकसभा चुनावों में इंडिया गठबंधन की तैयारियों पर बोलते हुए कहा, गठबंधन के नेताओं को ऐसे उम्मीदवारों की पहचान करनी होगी जो कम-से-कम 400-425 सीटों पर सीधे बीजेपी को टक्कर दे सकें. इंडिया ब्लॉक के नेताओं की बैठक के दौरान होने वाली आंतरिक चर्चाओं के बारे में मुझे जानकारी नहीं है. मुझे यकीन है कि उन्हें मालूम है कि अगले आम चुनाव में सिर्फ अब तीन महीने बचे हैं.
'गठबंधन को पहले जीतना होगा चुनाव'
इंडिया ब्लॉक के पीएम चेहरे और सीट बंटवारे की योजना के बारे में बात करते हुए पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि गठबंधन के नेताओं के प्रति लोगों की प्रतिक्रिया से पीएम चेहरे की पहचान करने में मदद मिलेगी, लेकिन इससे भी अधिक जरूरत आगामी लोकसभा चुनाव जीतने की है. सरकार का नेतृत्व करने वाले व्यक्ति का चयन चुनाव के बाद किया जाएगा.