चांद पर कोई वातावरण नहीं है. ऐसे में सूर्य की किरणों का अच्छा प्रभाव है. जब रात होती है और चंद्रमा पर सूर्य की किरणें पड़ती है जिससे वह परावर्तित होकर पृथ्वी पर आती है, इसलिए हमें चांद चमकता हुआ दिखता है. चंद्रमा पृथ्वी का उपग्रह होने के कारण आधा ही दिखाई देता है. सूर्य की किरणें इस पर पड़ने के कारण यह हर रोज हमें छोटा और बड़ा दिखाई देता है.
जब पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य के बीच में आती है तब पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है और चंद्रग्रहण हो जाता है.