सैन्य ठिकानों पर हुए हमलों और सीज़फायर की स्थिति को लेकर एक बहस हुई. इसमें यह सवाल उठा कि क्या सैन्य ठिकानों पर हमला हुआ था या नहीं. एक पक्ष ने सरगोडा, नूरखान एयरवेज़ जैसे ठिकानों पर हमले का दावा किया. दूसरे पक्ष ने कहा कि सैन्य ठिकानों पर हमला नहीं हुआ. बहस के दौरान यह भी कहा गया कि "सीज़फायर हुआ ही नहीं है. देर इस नो सीज़फायर ऑपरेशन सिंदूर इस ऑनगोइंग और जीसको नहीं पता वह ऑपरेशन महादेव का अंजाम देख ले. किसी आतंकी को बख्शा नहीं गया। घर में घुस के मारने का काम किया."