रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी खरीदने के मामले में पिछले एक साल के अंदर ट्रेंड बदलता हुए नजर आ रहा है. पहले जहां, मुंबई, पुणे और दिल्ली जैसे शहरों में लोग ज्यादा तादाद में फ्लैट और मकान खरीदा करते थे, वहीं अब ये ट्रेंड बदलकर दक्षिण भारत के शहरों की तरफ शिफ्ट हो रहा है. इसके चलते ही कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को पछाड़ते हुए इस लिस्ट में दूसरा स्थान हासिल कर लिया है.
स्टार्ट अप सिटी बेंगलुरु में साल 2022 के अंदर प्रॉपर्टी की बिक्री इस कदर बढ़ी है कि वह पहले नंबर पर कायम मुंबई के करीब आकर खड़ी हो गई है. बताया जा रहा है कि पिछले साल बेंगलुरु में प्रॉपर्टी की बिक्री में अचानक ही 72 फीसदी की उछाल दर्ज की गई.
इंडस्ट्री एनालिस्ट और मैनेजमेंट सर्विस फर्म JLL के नए आंकड़ों से पता चलता है कि 2022 में दिल्ली-एनसीआर में 38,356 रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी बिकीं. वहीं, बेंगलुरु में 46,649 प्रॉपर्टी बिकीं. मुंबई की बात करें तो वहां 46,779 मकान-फ्लैट बिके. साल 2022 में शीर्ष सात शहरों में कुल 215,666 रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी बिंकी. इसमें मुंबई और बेंगलुरु ने 22 फीसदी हिस्सेदारी दर्ज की. वहीं दिल्ली-एनसीआर का हिस्सा इसमें 18 प्रतिशत रहा, जो पुणे (17 प्रतिशत) से थोड़ा ही ज्यादा था.
इसस पहले बेंगलुरु में 2021 में किसी भी दूसरे शहर की तुलना में ज्यादा बिक्री दर्ज की गई थी. पहली छमाही में दूसरी COVID-19 लहर की तीव्रता के कारण शीर्ष दो शहरों मुंबई और दिल्ली-एनसीआर में घरों की बिक्री पर काफी प्रभाव पड़ा था. अक्टूबर-दिसंबर 2022 तिमाही के दौरान, बैंगलोर ने मुंबई के बाद दूसरा स्थान बरकरार रखा था. लेकिन तब दिल्ली-एनसीआर का बाजार पुणे के बाद चौथे स्थान पर फिसल गया था.
बेंगलुरु के अचानक दिल्ली-एनसीआर को पछाड़ने की घटना से इस फील्ड के एक्सपर्ट भी हैरान हैं, क्योंकि बेंगलुरु का क्षेत्रफल मुंबई और दिल्ली-एनसीआर से कम है. मुंबई शहर में मुंबई के अलावा मुंबई उपनगर, ठाणे शहर और नवी मुंबई भी शामिल है. वहीं, दिल्ली-एनसीआर में दिल्ली के अलावा नोएडा (उत्तर प्रदेश), ग्रेटर नोएडा (यूपी), गुरुग्राम (हरियाणा), गाजियाबाद (यूपी) और फरीदाबाद (हरियाणा) जैसे कई शहर शामिल हैं.
JLL के मुख्य अर्थशास्त्री और अनुसंधान प्रमुख सामंद दास के मुताबिक 2022 में बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद जैसे दक्षिणी भारत के शहरों में प्लॉट और विला की रजिस्ट्री सबसे ज्यादा देखी गईं. बिजनेस एक्सपर्ट्स का कहना है कि बेंगलुरु में स्टार्ट-अप और आईटी जैसे नए क्षेत्रों में तेजी से रोजगार बढ़ने के कारण लोगों की परचेसिंग पावर दूसरे शहरों की तुलना में काफी बेहतर है.
(रिपोर्ट: अर्नब दत्ता)