उत्तराखंड में 2023 में सिल्कयारा बेंड-बरकोट सुरंग में फंसे श्रमिकों को बचाने वाले रैट माइनर्स को 'सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक' से सम्मानित किया जाएगा. उनका नाम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से जीवन रक्षा पदक के लिए अनुमोदित किए गए 49 लोगों में शामिल है. सरकारी बयान में कहा गया है कि 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर किसी व्यक्ति की जान बचाने के लिए सराहनीय कार्य के लिए यह पुरस्कार दिया जाएगा.
जीवन रक्षा पदक शृंखला के पुरस्कार किसी व्यक्ति की जान बचाने में मानवीय प्रकृति के सराहनीय कार्य के लिए प्रदान किया जाता है. यह पुरस्कार तीन श्रेणियों- सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक, उत्तम जीवन रक्षा पदक और जीवन रक्षा पदक- में प्रदान किया जाता है. जीवन के सभी क्षेत्रों से जुड़े व्यक्ति इन पुरस्कारों के पात्र हैं. ये पुरस्कार मरणोपरांत भी प्रदान किए जाते हैं.
17 लोगों को प्रदान किया जाएगा सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक
सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक 17 लोगों को प्रदान किया जाएगा, जिनमें 12 रैट माइनर्स की टीम शामिल है. इसके अलावा पांच अन्य को मरणोपरांत यह पदक प्रदान किया जा रहा है. बयान के अनुसार, बिहार के पिंटू कुमार साहनी, केरल के मनेश के एम, सिक्किम के दावा शेरिंग लेप्चा और पेमा तेनजिंग लाचुंगपा तथा रक्षा मंत्रालय के गनर अनीस कुमार गुप्ता को मरणोपरांत इस पुरस्कार के लिए नामित किया गया है.
रैट माइनर्स की 12 सदस्यीय टीम
रैट माइनर्स की 12 सदस्यीय टीम में वकील हसन, मुन्ना कुरैशी, अंकुर कुमार, मोनू कुमार, देवेंद्र, मोहम्मद राशिद, फिरोज कुरैशी, जतिन कश्यप, सौरभ कश्यप, मोहम्मद इरशाद, नसरुद्दीन और नसीम शामिल हैं, जिन्होंने 17 दिनों तक श्रमिकों को बचाने के लिए बिना रुके 26 घंटे काम किया था. इस टीम को सर्वोत्तम जीवन रक्षा पदक दिया जाएगा. उत्तम जीवन रक्षा पदक नौ लोगों को प्रदान किया जाएगा, जिनमें से एक को मरणोपरांत यह सम्मान दिया जा रहा है. इसके अलावा 23 अन्य को जीवन रक्षा पदक प्रदान किया जाएगा.