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पावर कट, संकरी सड़कें और बेतहाशा भीड़... तमिलनाडु भगदड़ के चश्मदीदों की आंखों देखी

TVK प्रमुख और एक्टर विजय की करूर में शनिवार शाम हुई रैली एक बड़े हादसे में बदल गई. भगदड़ के बाद घटनास्थल पर जूतों के ढेर, टूटे झंडे, बोतलें और मलबा बिखरा पड़ा था. इस हादसे में 40 लोगों की मौत हो गई, जिन्होंने अपनों को खोया वे रातभर बिलखते रहे. हादसे के चश्मदीद ने कहा कि रैली में बहुत ज्यादा भीड़ उमड़ गई थी.

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एक्टर विजय की रैली में 10 हजार लोगों की भीड़ जुटने का अनुमान था, लेकिन 27 हजार लोग पहुंच गए (Photo: ITG)
एक्टर विजय की रैली में 10 हजार लोगों की भीड़ जुटने का अनुमान था, लेकिन 27 हजार लोग पहुंच गए (Photo: ITG)

तमिलनाडु के करूर में शनिवार को एक्टर विजय की रैली में दर्दनाक हादसा हुआ, भगदड़ में 40 लोगों की मौत हो गई, जबकि 95 लोग घायल हैं, जिनका अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है. जान गंवाने वालों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं. चश्मदीदों ने हादसे की भयावहता के बारे में बताया. 

एक पीड़िता के देवर विनोद कुमार ने बताया कि हमारा 4 लोगों का परिवार है, हम एक्टर विजय को देखने के लिए देर शाम तक इंतज़ार करते रहे. बहुत देर हो रही थी, लेकिन वे विजय सर को एक बार देखना चाहते थे. शाम 7 बजे से 7:30 बजे तक बिजली गुल रही और उनके आने से ठीक पहले भीड़ उमड़ पड़ी. मेरी भाभी और उनके 11 और 7 साल के दो बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई. घटनास्थल पर बड़े बच्चे और छोटे बच्चे को सांस लेने में बहुत तकलीफ हो रही थी. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दम घुटने की पुष्टि हुई है.

एक अन्य पीड़ित 45 वर्षीय जयंती अपने 20 वर्षीय बेटे अश्विन कुमारन के साथ रैली में गई थीं, लेकिन भगदड़ में मां की मौत हो गई. अश्विन ने आरोप लगाया कि पुलिस और टीवीके के वॉलंटियर पर्याप्त रूप से रेस्पॉन्स देने में विफल रहे. टीवीके के वॉलंटियर खुद घायल हो गए थे और मदद नहीं कर सके. कोई भी हमें यह नहीं बता रहा था कि एम्बुलेंस कहां हैं. वहां पानी की आपूर्ति नहीं थी और सड़क बहुत संकरी थी. 

जान बचाने के लिए लोग छप्पर की छत पर चढ़ गए 

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कार्यक्रम स्थल पर जूतों के ढेर, कुचली हुई पानी की बोतलें, फटे हुए झंडे, टूटे हुए खंभे और बिखरा हुआ मलबा था. भागने की कोशिश में कई लोग सड़क के किनारे सीवरेज में गिर गए. कुछ लोग छप्पर की छत पर चढ़ गए और गिर पड़े, जबकि पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया. एक जीवित बचे शख्स ने कहा कि जब फैंस अपने हीरो विजय का नाम बार-बार ले रहे थे, तो कई लोगों को यह एहसास ही नहीं हुआ कि भगदड़ मच गई है. 

तबाही देख स्तब्ध रह गए स्थानीय निवासी

सुबह-सुबह जब स्थानीय लोग कार्यक्रम स्थल के पास पहुंचे, तो वे तबाही देखकर स्तब्ध रह गए. करूर सरकारी अस्पताल घायलों से भरा हुआ था, जिन्होंने अपनों को खो दिया, वो बिलख रहे थे और रातभर मोर्चरी में उनकी सिसकियां सुनाई देती रहीं.

मृतकों के परिवारों को 20-20 लाख की मदद का ऐलान

घटना के बाद एक्टर विजय ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि मैं इस वक्त असहनीय दर्द में हूं, जिसे बयां नहीं किया जा सकता. उन्होंने अस्पताल में भर्ती लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की. वहीं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन डॉक्टरों और प्रभावित परिवारों से मिलने चेन्नई से करूर पहुंचे और उन्हें सर्वोत्तम देखभाल का भरोसा दिलाया. बाद में रविवार को विजय ने अपने समर्थकों को भावुक संदेश में कहा कि करूर त्रासदी से वह बेहद दुखी हैं. उन्होंने मृतकों के परिवारों को 20-20 लाख रुपये और घायलों को 2-2 लाख रुपये मुआवज़ा देने की घोषणा की. इस नुकसान को अपूरणीय बताते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी राशि इस दर्द को कम नहीं कर सकती, लेकिन आश्वासन दिया कि तमिलगा वेत्री कझगम पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी रहेगी और हर संभव सहायता प्रदान करेगी. 

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