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हर हर महादेव और जय भोलेनाथ के नारे से गूंजे देवघर से हरिद्वार तक के शिवालय, देखें Photos-Videos

सावन 2025 का पहला दिन आज पूरे देश में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है. सावन महीना भगवान शिव को समर्पित है, जिसमें भक्त शिवलिंग पर जल, दूध, दही, घी, शहद और बिल्वपत्र अर्पित कर मनोकामनाएं मांगते हैं. उज्जैन के महाकालेश्वर, प्रयागराज के काशी विश्वनाथ और सोमनाथ जैसे ज्योतिर्लिंगों पर भारी भीड़ उमड़ी.

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शिव मंदिरों में सावन के पहले दिन भोलेनाथ के भक्तों की उमड़ी भीड़ (फोटो क्रे़डिट - पीटीआई)
शिव मंदिरों में सावन के पहले दिन भोलेनाथ के भक्तों की उमड़ी भीड़ (फोटो क्रे़डिट - पीटीआई)

सावन के महीने की शुरुआत आज (शुक्रवार) से शुरू हो गई है. आज सावन के पवित्र महीने का पहला दिन है और भक्तों अपनी मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए शिव मंदिरों में पहुंचकर शिवलिंगों पर जल, दूध, दही, घी, शहद और बेलपत्र अर्पित कर रहे हैं. देशभर के प्रमुख शिव मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली. मंदिरों के दरवाजे सुबह से ही भक्तों से खचाखच भरे हुए थे. मंदिरों के बाहर घंटों लंबी लाइनें लगी रहीं, और ‘हर हर महादेव’ और ‘बोल बम’ के नारों से वातावरण गूंज उठा.

ज्योतिर्लिंग स्थल, जैसे उज्जैन के महाकालेश्वर, प्रयागराज के त्रिवेणी संगम के पास स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर, और सोमनाथ मंदिर में विशेष पूजाएं आयोजित की गईं. मंदिरों के आसपास भक्तों ने सुबह से ही भेंट सामग्री और पूजा सामग्रियां खरीदीं और अपने-अपने हिस्से के अनुष्ठानों में जुट गए.

मंदिर प्रांगणों में सुरक्षा और व्यवस्था के लिए स्थानीय प्रशासन ने भी खास इंतजाम किए हैं ताकि पूजा करने आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की समस्या न हो. 

मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर में भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया गया.

वैसे तो पूरे साल ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु विश्व प्रसिद्ध भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शनों के लिए आते हैं. लेकिन श्रावण मास में ये आंकड़ा दो गुना से भी अधिक हो जाता है. शुक्रवार से श्रावण मास की शुरूआत हुई. जिसके चलते रात 12 बजे से श्रद्धालु मंदिर पहुंच गए थे. तड़के 03.00 बजे गर्भगृह के पट खोले गए और भगवान को हरिओम जल चढ़ाया गया. इसके बाद दूध, दही, घी, शहद, फलों के रस से भगवान महाकाल का पंचामृत अभिषेक हुआ. अभिषेक पूजन के उपरान्त भांग और सूखे मेवे से भगवान का आकर्षक श्रृंगार किया गया. भगवान के इस निराकार से साकार रूप को देखने के लिए हजारों भक्त मंदिर में उपस्थित थे. किसी ने इस दृश्य को साक्षात देखा, तो किसी ने मंदिर परिसर में लगी हुई एलईडी स्क्रीन पर.

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उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखी गई. लोग सुबह से ही मंदिर पहुंचकर जलाभिषेक करते हुए अपने परिवार की खुशहाली और स्वास्थ्य की कामना करते नजर आए. 

राजधानी दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित श्री गौरी शंकर मंदिर में भक्त भगवान शिव पर जल, दूध, दही, घी, शहद और बिल्वपत्र अर्पित करते दिखे.

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने के लिए सुबह से ही भक्त मनकामेश्वर महादेव मंदिर में कतार में खड़े नजर आए. 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में स्थित शिव मंदिर में पूजा-अर्चना की. 

सावन की यह पहली सुबह शिवभक्ति, आस्था और परंपरा की जीवंत तस्वीर लेकर आई. यह महीना ना सिर्फ धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी पूरे देश को एक सूत्र में बांधने का कार्य करता है. भक्तों में उत्साह देखते ही बनता है और पहले सोमवार के लिए तैयारियां शुरू हो चुकी हैं.

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