मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कारोबारी और स्टड फार्म के मालिक हसन अली खान से प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों ने पुणे में उनके निवास पर लगातार तीन दिन पूछताछ की. खान पर मनी लॉन्ड्रिंग के दो मामले चल रहे हैं और इनमें से प्रत्येक पर उनसे करीब 10 घंटे तक पूछताछ की गई. वहीं, उनके वकील प्रशांत पाटिल ने ईडी की कार्यवाही को "उत्पीड़न" करार दिया है.
क्या है मामला?
आपको बता दें कि करोड़ों के घोटाले कर स्विस बैंक में पैसे जमा करने के आरोप में ईडी ने हसन अली खान के खिलाफ़ कई केस दर्ज किये हैं. सीबीआई ने भी खान के खिलाफ मामला दर्ज किया था. एक दशक पहले टैक्स चोरी के कम से कम 7 मामलों में घिरने के बाद खान सुर्खियों में आए थे. ये टैक्स चोरी एक दो नहीं, बल्कि हजारों करोड़ रुपए में हुई थी. हालांकि, इन सभी मामलों में बॉम्बे हाई कोर्ट द्वारा 2015 में जमानत दिए जाने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया था.
हसन अली के वकील ने कही ये बात
ईडी की ताजा पूछताछ के बाद हसन अली के वकील पाटिल ने कहा कि मेरे क्लाइंट के खिलाफ इन मामलों की स्थिति यह है कि मनी लॉन्ड्रिंग मामलों में भी मुकदमा शुरू होना तक बाकी है. इसलिए हमने कोर्ट को मामलों के शीघ्र निपटारे का अनुरोध किया है. पाटिल ने यह भी कहा कि खान पर 34,000 करोड़ की टैक्स चोरी का आरोप लगा था, लेकिन बाद में वह केवल 3-4 करोड़ ही निकला था.
देखें- आजतक LIVE TV
'परेशान करने का तरीका है ये'
पाटिल ने कहा कि, 'यह सरकारी एजेंसियों द्वारा परेशान करने का एक नया एपिसोड शुरू हुआ है.' आज तक ईडी और सीबीआई खान के खिलाफ कोई भी प्रथम दृष्टया केस स्थापित नहीं कर पाए हैं. पाटिल ने खान की सेहत के बारे में कहा, "उन्होंने अपनी दोनों किडनी खो दी हैं. सेहत भी खराब रहती है. उनका परिवार समाज से अलग-थलग हो गया है." आखिर में पाटिल ने कहा कि अब हम हाई कोर्ट के समक्ष रिट याचिका दायर करने की योजना बना रहे हैं.
ये भी पढ़ें