हिज्बुल्लाह ने इजरायली हमले में मारे गए अपने चीफ हसन नसरल्लाह का शुक्रवार को जनाजा निकाला गऔर उसे अस्थायी रूप से गुप्त स्थान पर दफनाया, क्योंकि उसे आशंका थी कि इजरायल बड़े जनाजे को निशाना बना सकता है. एक लेबनानी अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर AFP को बताया कि हिज्बुल्ला ने लेबनानी नेताओं के माध्यम से अमेरिका से 'गारंटी' मांगने की कोशिश की थी, ताकि नसरल्लाह के लिए एक बड़े जनाजे का आयोजन किया जा सके. लेकिन दक्षिणी बेरूत में इजरायली बमबारी जारी रहने के कारण, ऐसी कोई गारंटी नहीं मिल पाई.
इधर तेहरान की ग्रैंड मस्जिद से ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने जुमे की नमाज के बाद तकरीर की. उन्होंने इजरायल पर निशाना साधते हुए कहा कि दुनिया में मुसलमानों का एक ही दुश्मन है. खामेनेई ने दुनिया के मुस्लिमों से दुश्मन को हराने के लिए एकजुट होने की अपील की. इस बीच भारत के कई राज्यों में भी जुमे की नमाज के बाद इजरायल के विरोध में मुसलमानों ने प्रदर्शन किए. कश्मीर के शिया बहुल इलाकों में भी इजरायल विरोधी प्रदर्शन हुए. प्रशासन ने कानून और व्यवस्था की कोई समस्या न हो यह सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बलों की टुकड़ियां तैनात की थीं.
दिल्ली के जोरबाग इलाके में इजरायल के विरोध में हुआ प्रदर्शन
दिल्ली के जोरबाग इलाके में स्थित शाह-ए-मर्दां मस्जिद के बाहर के हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह के पोस्टर लगाए गए, जिनमें उसे शहीद बताया गया. जुमे की नमाज के बाद यहां भी इजरायल विरोधी प्रदर्शन हुआ. इधर बिहार के मुजफ्फरनगर में हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत और उसे आतंकी कहने पर शिया मुस्लिमों ने गुरुवार शाम विरोध प्रदर्शन किया और कैंडल मार्च निकाला. शिया धर्मगुरु सैयद मोहम्मद काजीम शबीब के नेतृत्व में लोगों ने कमरा मोहल्ला इमाम चौक से सरैयागंज टावर तक कैंडल मार्च निकाला. इस दौरान लोगों ने नसरल्लाह की तस्वीरें हाथों में लेकर उसे शहीद बताया और इजरायल के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
मौलाना काजीम शबीब ने कहा, 'इजरायल ने फिलिस्तीन पर कब्जा कर रखा है. भारत के कुछ लोग लगातार इजरायल का समर्थन कर रहे हैं. हसन नसरल्लाह इजरायल के खिलाफ लड़ रहे थे, उन्हें आतंकवादी कहा जा रहा है, यह बेहद गलत है. इजरायल ने गाजा में 22 हजार बच्चों का कत्ल किया, उसे आतंकवादी क्यों नहीं कहा जा रहा है. हम भारत सरकार से विनती करते हैं कि फिलिस्तीन का समर्थन करें, क्योंकि भारत ने हमेशा मजलूमों की हिफाजत की है.'
इजरायल के हमले पर क्या नामर्दों की तरह चुप बैठें: कल्बे जव्वाद
लखनऊ के शिया धर्मगुरु कल्बे जव्वाद ने इजरायल पर ईरान के मिसाइल दागने का बचाव किया और कहा कि उसने आत्मरक्षा में यह कदम उठाया. जव्वाद ने कहा, 'इजरायल रोज 30-40 लोगों को मार रहा है. 1-1 महीने के बच्चों को मार रहा है और कोई भी उसे आतंकवादी नहीं कह रहा. इजरायल को सजा मिलनी चाहिए. उसने मानवता के खिलाफ काम किये हैं. ग्रेटर इजरायल के मैप में मक्का मदीना और आधा सऊदी अरब है. उनका मकसद है मक्का मदीना पर कब्जा करना. आज अगर कोई मैप में कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा दिखा देता है, तो इंडिया वाले भड़क जाते हैं. इजरायल पांच मुल्कों को अपने नक्शे में दिखा रहा है और लोग हमें हमलावर कह रहे हैं. क्या हम नामर्दों की तरह चुप बैठे रहें.'