
प्रियंका गांधी अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने धान के खेतों में काम कर रहे किसानों से बात की. इस दौरान उन्होंने न केवल धान के खेतों की सैर की, बल्कि स्थानीय लोक गीतों भी सुने और आदिवासी समुदाय की परंपरागत जीवनशैली को करीब से समझा.
कांग्रेस सांसद ने वायनाड दौरे के दौरान मंगलवार को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किसान चेरुवायल रामन के घर करीब ढ़ाई घंटे वक्त बिताया.
अब उनके वायनाड दौरे की तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें वह रामन के साथ धान के खेतों की पगडंडियों पर चल रही है और आदिवासियों के पारंपरिक हथियार धनुष-बाण चलती हुई दिख रही हैं, जबकि रामन उन्हें सहारा दे रहे हैं.

पारंपरिक खेती और बीज संरक्षण के लिए जाने जाने वाले रामन ने उन्हें लगभग 60 विभिन्न प्रकार के धान के बीज दिखाए और अपनी अनूठी खेती तकनीकों के बारे में जानकारी दी. प्रियंका ने खेती के तरीकों, बीज संरक्षण और जैविक खेती के महत्व पर सवाल पूछे, जिससे उनकी कृषि और पर्यावरण के प्रति रुचि झलकी.
रामने प्रियंका को सुनाया लोकगीत
प्राप्त जानकारी के अनुसार, चेरुवायल रामन ने प्रियंका को एक लोग गीत भी सुनाया. रामन ने बताया कि प्रियंका ने न केवल उनकी बातों को ध्यान से सुना, बल्कि खेतों में काम करने वाले किसानों के साथ भी संवाद किया.

इसके अलावा प्रियंका ने आदिवासी समुदाय के पारंपरिक हथियारों, तीर और कमान पर अपने हाथ आजमाए. चेरुवायल रामन के मार्गदर्शन में उन्होंने तीरंदाजी का अभ्यास कराया.
उपचुनाव में हासिल की शानदार जीत
आपको बता दें कि कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने 2024 के वायनाड लोकसभा उपचुनाव में शानदार जीत हासिल कर अपना राजनीति में डेब्यू किया. वे 23 नवंबर 2024 को वायनाड से सांसद निर्वाचित हुईं थी. इसके बाद, 28 नवंबर 2024 को उन्होंने लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ ग्रहण की. ये सीट राहुल गांधी के रायबरेली की सीट चुनने के बाद खाली हुई थी.