कांग्रेस नेता राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट अपने पास रखेंगे और केरल की अपनी वायनाड सीट खाली कर देंगे. उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड लोकसभा क्षेत्र से अपनी चुनावी पारी का आगाज करते हुए उपचुनाव लड़ेंगी. यदि प्रियंका उपचुनाव में जीतती हैं तो यह पहली बार होगा कि वह सांसद के रूप में संसद में प्रवेश करेंगी. साथ ही पहली बार, गांधी परिवार के ये तीनों सदस्य सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका एक साथ संसद के सदस्य होंगे.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने की घोषणा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने यहां अपने आवास पर पार्टी के शीर्ष नेताओं की बैठक के बाद, राहुल के वायनाड सीट खाली करने और प्रियंका के वहां से उपचुनाव लड़ने से संबंधित निर्णय की घोषणा की. खड़गे और राहुल के अलावा, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, पार्टी महासचिव के. सी. वेणुगोपाल और प्रियंका गांधी वाड्रा बैठक में मौजूद थीं.
भाजपा ने परिवारवाद का आरोप लगाया
हालांकि, भारतीय जनता पार्टी ने इस फैसले के लिए कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि यह परिवारवाद की राजनीति का स्पष्ट मामला है. केंद्र में सत्तारूढ़ दल के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, 'इससे साबित होता है कि कांग्रेस एक पार्टी नहीं, बल्कि एक पारिवारिक कंपनी है.'
हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में राहुल ने वायनाड और रायबरेली, दो सीट पर जीत दर्ज की थी और उन्हें 4 जून को चुनाव परिणाम की घोषणा होने के 14 दिन के भीतर इनमें से एक सीट खाली करनी होगी. खड़गे ने बैठक के बाद मीडिया से कहा, 'राहुल गांधी दो लोकसभा सीट से जीते हैं लेकिन कानून के अनुसार उन्हें एक सीट खाली करनी होगी. राहुल गांधी रायबरेली सीट अपने पास रखेंगे और हमने निर्णय लिया है कि प्रियंका जी वायनाड से (लोकसभा उपचुनाव) लड़ेंगी.'
उन्होंने कहा, 'हम उन्हें (प्रियंका के) वायनाड से चुनाव लड़ने के लिए सहमत होने को लेकर धन्यवाद देते हैं.' कांग्रेस अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश में रायबरेली सहित कई सीट पर पार्टी को जीत दिलाने में प्रियंका के प्रयासों की सराहना की. प्रियंका लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी की स्टार प्रचारक थीं और उन्होंने खुद चुनाव नहीं लड़ा था. यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल ने लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद संभालने का निर्णय लिया है, खड़गे ने कहा कि इस बारे में निर्णय जल्द ही लिया जाएगा.
हाल में कांग्रेस कार्य समिति (CWC) ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर राहुल से संसद के निचले सदन में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभालने का आग्रह किया था. राहुल ने उन्हें फिर से निर्वाचित करने के लिए वायनाड के लोगों का आभार जताते हुए कहा कि वह वायनाड का दौरा करना जारी रखेंगे और वहां के लोगों से किये गए सभी वादे पूरे करेंगे.
उन्होंने कहा कि रायबरेली और वायनाड को 'दो-दो सांसद मिलेंगे.' उन्होंने यह भी कहा कि उनके लिए यह एक मुश्किल फैसला था, क्योंकि रायबरेली और वायनाड, दोनों से उनका भावनात्मक जुड़ाव है.
सदन में होंगे परिवार के तीन सदस्य
सोनिया गांधी अब राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं, राहुल रायबरेली का प्रतिनिधित्व करेंगे और प्रियंका गांधी (आगामी) उपचुनाव जीत जाने पर वायनाड निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेंगी. सोनिया पिछले दो दशकों से रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र से सांसद थीं और राहुल अमेठी से सांसद थे, जहां वह 2019 में भाजपा की स्मृति ईरानी से हार गए थे. लेकिन वायनाड सीट पर जीत दर्ज की थी.
राहुल ने कहा, 'वायनाड से संसद सदस्य के रूप में पिछले पांच साल बहुत शानदार और सुखद अनुभव रहे हैं. वायनाड के लोगों ने मुझे बहुत कठिन समय में लड़ने के लिए समर्थन और ऊर्जा दी. मैं इसे कभी नहीं भूलूंगा.'
उन्होंने कहा, 'रायबरेली से मेरा पुराना नाता है और मुझे बहुत खुशी है कि मैं इसका प्रतिनिधित्व करूंगा. यह कोई आसान फैसला नहीं था, क्योंकि मेरा लगाव दोनों (वायनाड और रायबरेली) से है.'
प्रियंका ने कहा, 'मैं वायनाड के लोगों को राहुल की कमी महसूस नहीं होने दूंगी.' उन्होंने कहा, 'मैं वायनाड का प्रतिनिधित्व कर सकने के लिए बहुत खुश हूं. मैं बस इतना ही कहूंगी कि मैं उन्हें उनकी कमी महसूस नहीं होने दूंगी. जैसा कि उन्होंने कहा है कि वह (राहुल) मेरे साथ कई बार आएंगे. लेकिन मैं कड़ी मेहनत करूंगी और मैं सभी को खुश करने और एक अच्छा प्रतिनिधि बनने की पूरी कोशिश करूंगी.
'मेरा रायबरेली से अच्छा रिश्ता'
प्रियंका ने कहा, 'मेरा रायबरेली से अच्छा रिश्ता है क्योंकि मैंने वहां 20 साल तक काम किया है और यह रिश्ता कभी नहीं टूटेगा.' यह पूछे जाने पर कि क्या वह वायनाड से चुनावी पारी का आगाज करने को लेकर घबराई हुई हैं, उन्होंने कहा, 'बिल्कुल नहीं, मैं बिल्कुल भी घबराई हुई नहीं हूं.'
राहुल गांधी ने कहा, 'मैं सभी को बताना चाहता हूं कि प्रियंका वायनाड से चुनाव लड़ने जा रही हैं और मैंने जो वादे किए हैं, हम उन पर कायम रहेंगे.' उन्होंने वायनाड सीट छोड़ने के अपने फैसले की घोषणा करते हुए लोगों से कहा, 'वह वायनाड के लोगों के लिए एक बहुत अच्छी प्रतिनिधि बनने जा रही हैं. अब आपके पास संसद के दो सदस्य होने जा रहे हैं और मैं लोगों से प्यार करता हूं और मैं उनसे मिलने आता रहूंगा.'
राहुल ने कहा कि वह वायनाड के लोगों के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे. उन्होंने कहा, 'मुझे पूरा भरोसा है कि वह चुनाव जीतेंगी. वायनाड के लोग इस बारे में इस तरह सोच सकते हैं – अब उनके पास दो सांसद होंगे – एक मेरी बहन और एक मैं. मेरे दरवाजे जीवन भर आपके लिए हमेशा खुले हुए हैं. मैं वायनाड के हर एक व्यक्ति से प्यार करता हूं.'