scorecardresearch
 

Delhi Pollution: इंडिया गेट के आसपास छाई धुंध की परत, कई इलाकों का AQI 350 पार

Delhi Pollution: केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, आज सुबह 8 बजे के करीब दिल्ली का औसत एक्यूआई 335 मापा गया और अधिकतर इलाकों का एक्यूआई भी 350 के पार बना हुआ है.

Advertisement
X
DELHI POLLUTION
DELHI POLLUTION

राजधानी दिल्ली और इसके आस-पास के इलाकों में प्रदूषण का लेवल लगातार बढ़ता जा रहा है. शहरों में सड़कों की धूल, वाहनों का धुआं, और पराली जलाने की घटनाएं भी इस समस्या को और गंभीर बना देती हैं. कर्तव्य पथ पर इंडिया गेट के आसपास के इलाके में धुंध की परत छाई हुई है. क्षेत्र में AQI 357 दर्ज किया गया है, जिसे CPCB के अनुसार 'बहुत खराब' श्रेणी में रखा गया है. दिल्ली NCR के कई इलाकों में AQI 350 के पार पहुंच गया है. दिल्लीवालों को सांस लेने में भी परेशानी हो रही है. इसके साथ ही आंखों में जलन की समस्या है.

दिल्ली का औसत AQI 356
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताजा अपडेट के मुताबिक, आज सुबह 8 बजे के करीब दिल्ली का औसत एक्यूआई 335 मापा गया है और अधिकतर इलाकों का एक्यूआई भी 350 के पार बना हुआ है. दिल्ली में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए ग्रैप 2 भी लागू है. दिन पर दिन दिल्ली की हवाएं भी दमघोंटू होते जा रही हैं. आनंद विहार, अशोक विहार, रोहिणी, द्वारका, पटपड़गंज, विवेक विहार, वजीरपुर, जहांगीरपुरी, मोती बाग, बवाना और पंजाबी बाग जैसे कई स्टेशन 350+ (गंभीर) AQI दिखा रहे हैं. 

एनसीआर के अन्य क्षेत्रों में सुबह 7 बजे AQI
नोएडा- 206
गाजियाबाद- 223
ग्रेटर नोएडा- 248
गुरुग्राम- 239

Advertisement

कैसी है आपके शहर की एयर क्वालिटी, यहां कीजिए चेक 

दिल्ली के इलाके

AQI

अलीपुर

353

आनंद विहार

348

अशोक विहार

353

आया नगर

341

बवाना

382

बुराड़ी

332

चांदनी चौक

207

DTU

312

डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज

346

द्वारका सेक्टर-8

339

आईजीआई एयरपोर्ट

324

दिलशाद गार्डन

255

आईटीओ

328

जहांगीरपुरी

371

जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम

326

मेजर ध्यान चंद स्टेडियम

357

मंदिर मार्ग

336

मुंडका

358

द्वारका एनएसआईटी

347

नजफगढ़

340

नरेला

354

नेहरू नगर

364

नॉर्थ कैंपस

328

ओखला फेस-2

338

पटपड़गंज

344

पंजाबी बाग

351

पूसा DPCC

332

Advertisement

पूसा IMD

329

आरके पुरम

366

रोहिणी

365

शादीपुर

340

सिरीफोर्ट

341

सोनिया विहार

-

अरबिंदो मार्ग

205

विवेक विहार

352

वजीरपुर

365

कैसे मापी जाती है एयर क्वालिटी?
अगर किसी क्षेत्र का AQI जीरो से 50 के बीच है तो AQI ‘अच्छा’ माना जाता है, 51 से 100 AQI होने पर ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’माना जाता है, अगर किसी जगह का AQI 201 से 300 के बीच हो तो उस क्षेत्र का AQI ‘खराब’ माना जाता है. अगर AQI 301 से 400 के बीच हो तो ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI होने पर ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है. वायु प्रदूषण से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं. इसी के आधार पर दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप श्रेणी की पाबंदियां लगाई जाती हैं. आपको बता दें ग्रैप-2 लागू होने के बाद 5 प्रमुख पाबंदियां भी लग गई हैं.

क्या होता है ग्रैप?
ग्रैप का मतलब GRAP से है. GRAP का फुल फॉर्म ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान है. ये सरकार की एक योजना है, जिसे दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ बनाया गया है. इस प्लान के जरिए प्रदूषण को कंट्रोल किया जाता है. दरअसल, इसके कई चरण हैं और ये चरण भी बढ़ते प्रदूषण के साथ बढ़ते जाते हैं. जैसे जैसे चरण बढ़ते हैं, वैसे वैसे दिल्ली में पाबंदियां भी बढ़ती जाती हैं.

Advertisement

GRAP के 4 चरण होते हैं

  • जब दिल्ली में हवा 201 से 300 एक्यूआई तक खराब होती है तो पहला चरण लागू किया जाता है.
  • इसके बाद अगर हवा ज्यादा खराब होती है और एक्यूआई 301 से 400 तक पहुंच जाता है तो इसका दूसरा चरण लागू हो जाता है.
  • अगर हवा ज्यादा खराब हो जाए यानी एक्यूआई 400 से भी ज्यादा हो जाए तो तीसरा चरण लगता है.
  • हालात ज्यादा खराब होने पर GRAP का चौथा लेवल लागू कर दिया जाता है.

 

दिल्ली-NCR में ग्रैप-2 के तहत ये पाबंदियां लागू

  • डीजल जनरेटर चलने पर रोक लगेगी.
  • प्राइवेट गाड़ियों के इस्तेमाल को कम करने के लिए पार्किंग फीस को बढ़ाया जाएगा.
  • प्रतिदिन सड़कों पर मैकेनिकल/वैक्यूम स्वीपिंग और पानी का छिड़काव होगा.
  • सीएनजी-इलेक्ट्रिक बसों और मेट्रो की सर्विस को बढ़ाया जाएगा. 
  • RWA अपने सिक्योरिटी गार्ड को हीटर देंगी ताकि वे गर्माहट के लिए कूड़ा, लकड़ी या कोयला न जलाएं. 
  • नैचुरल गैस, बायो गैस, एलपीजी से चलने वाले जेनरेटर चल सकेंगे.
  • 800kwa से अधिक क्षमता वाले जेनरेटर तभी चल सकेंगे जब वह रेट्रोफिटिंग करवाएंगे.

प्रदूषण से बचाव के उपाय
प्रदूषण से बचने के लिए घर से बाहर निकलने पर अपने मुंह और नाक को अच्छे से ढंक लें या मास्क लगा कर निकलें. आंखों की एलर्जी से बचने के लिए आंखों पर चश्मा लगाकर निकलें. ज्यादा प्रदूषण में घर में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें. वहीं, घर के बच्चे और बुजुर्गों को बाहर निकलने से रोके. ऐसे में पार्क में खेलने जाने वाले बच्चों को घर पर ही इनडोर गेम्स खेलने को कहें. अगर आप मॉर्निंग और इवनिंग वॉक पर जाते हैं तो कुछ दिन बाहर न जाएं, नहीं तो ज्यादा प्रदूषण में सांस संबंधी समस्या हो सकती है.

---- समाप्त ----
Live TV

Advertisement
Advertisement