
मंत्रिमंडल पर मंथन का दौर जारी है, एनडीए में शामिल दलों के लिए फॉर्मूला लगभग तय हो गया है. वहीं दूसरी तरफ शुक्रवार को नरेंद्र मोदी ने चुनाव परिणाम को लेकर खुलकर बात की. उन्होंने अपने मन की बात कही, अपने तीसरे टर्म का पूरा ब्लूप्रिंट सामने रखा. नतीजों को लेकर नरेंद्र मोदी ने क्या-क्या कहा, इस पर डालते हैं एक नजर.
अभी पीएम मोदी के मन में क्या चल रहा है?
बहुमत के आंकड़े से BJP फिसल गई, लेकिन शुक्रवार को नरेंद्र मोदी फुल कॉन्फिडेंस में दिखे. उन्होंने चुनावी नतीजों के अपने चिरपरिचित अंदाज में संपूर्ण व्याख्या की. नरेंद्र मोदी ने नतीजों पर विपक्ष की टिप्पणी से लेकर लोगों के मन में चल रहे एक-एक सवाल का जवाब दिया. कार्यवाहक पीएम मोदी के मन में क्या चल रहा है इसे आज की चार अहम तस्वीरों के जरिए समझिये.
पहली तस्वीर- प्रधानमंत्री मोदी की एंट्री और सबसे पहले संविधान को नमन करना, संदेश सीधे विपक्ष के उस नैरेटिव को काउंटर करना, जिसमें दावा किया गया कि मोदी जीते तो संविधान बदल देंगे.

दूसरी तस्वीर- यह तस्वीर सेंट्रल हॉल में हुई संसदीय दल की बैठक की है. यही तस्वीर मोदी की नई सियासी शक्ति का प्रमाण है.

तीसरी तस्वीर- एनडीए दल का नेता चुने जाने के बाद मोदी BJP के सीनियर नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी का आशीर्वाद लेने पहुंचे. ये तस्वीर पार्टी की धरोहर कहे जाने वाले नेताओं के जरिए कैडर तक अपना संदेश पहुंचाने की है.

चौथी तस्वीर- पूर्व राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात, इस तस्वीर के जरिए मोदी ने अपनी सोच और एप्रोच का मैसेज लोगों तक पहुंचा दिया.

क्या है तीसरे टर्म के पीछे काम करनी वाली ताकत
आज पीएम मोदी के कॉन्फिडेंस की पूरी कहानी इन तस्वीरों में मौजूद है. एनडीए संसदीय दल में प्रधानमंत्री के मंच पर मौजूद एक-एक चेहरा, मोदी के तीसरे टर्म के पीछे काम करने वाली ताकत है. चेहरों पर गौर करिए, पवन कल्याण, कुमार स्वामी, अजित पवार, अमित शाह, राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा, नरेंद्र मोदी, चंद्रबाबू नायडू, नीतीश कुमार, एकनाथ शिंदे, चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और अनप्रिया पटेल. अगर नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बन रहे हैं तो उसके पीछे इन चेहरों की ताकत है. इन चेहरों का नरेंद्र मोदी पर भरोसा है.

72 मिनट के भाषण से विपक्ष पर करारा प्रहार
टीम एनडीए अब मोदी की सियासी शक्ति है, लेकिन चुनाव के परिणाम को लेकर मोदी के मन में क्या चल रहा है, चुनावी अभियान के दौरान विपक्ष के किस दांव से बीजेपी को नुकसान हुआ. इसपर मोदी की सोच क्या है. शुक्रवार को नरेंद्र मोदी ने एक घंटे 12 मिनट यानी 72 मिनट के भाषण में एक-एक सवाल का जवाब दे दिया. बहुमत नहीं मिला तो क्या मोदी को इसका मलाल है? 72 मिनट में मोदी ने जनता के मन में चल रहे सवाल का जवाब दिया तो विपक्ष के दावों पर सीधा प्रहार किया.
आज नरेंद्र मोदी ने जिन सवालों का जवाब दिया, पहले उसकी लिस्ट आपको दिखाते हैं.
सवाल-1 क्या नतीजों को देखकर बदल गए मोदी?
सवाल-2 क्या अपने हिसाब काम नहीं कर पाएंगे?
सवाल-3 क्या कड़े और बड़े फैसले नहीं ले पाएंगे?
सवाल-4 क्या गठबंधन की सरकार नहीं चला पाएंगे?
सवाल-5 क्या बहुमत से दूरी को मोदी हार मानते है?
सवाल-6 क्या मंत्रिमंडल बंटवारे को लेकर संकट है?
सवाल-7 क्या मोदी ब्रॉड की चमक फीकी पड़ी?
शुक्रवार को नरेंद्र मोदी ने 72 मिनट का भाषण दिया. मोदी ने सवालों के जवाब में क्या कहा, उससे पहले आपको बताते हैं कि 72 मिनट के भाषण में मोदी ने कौन-कौन से शब्द कितनी बार बोले.
भारत (53)
विश्व (13)
राज्य (16)
गरीब (13)
लोकतंत्र(20)
विश्वास(13)
सेवा(8)
अवसर (6)
संविधान(5)
संभावना (5)
गठबंधन(17)
आभार(4)
परिश्रम(4)
गुड गवर्नेंस(4)
भारत माता(3)
बहुमत(3)
विविधता(3)
निवेश(3)
विकसित भारत(3)
प्री पोल अलाइंस(2)
सर्वमत(2)
गरीब कल्याण(2)
छत्रपति शिवाजी महाराज(2)
चुनाव आयोग(2)
एनडीए (10)
अटल (1)
ईवीएम (2)
किसान (1)
महिला (2)
अर्थव्यवस्था (3)
बहुमत (3)
बाला साहब (1)
जगन्नाथ (3)

कैसे चलाएंगे गठबंधन वाली सरकार? पीएम मोदी ने दिया जवाब
नरेंद्र मोदी के तीसरे टर्म की राह में कितने फूल और कितने पत्थर हैं, ये अब एनडीए में शामिल दलों पर निर्भर है. लोगों के मन में यही सवाल है मोदी ने अब तक पूर्ण बहुमत वाली सरकार चलाई है. अब मिली-जुली सरकार कैसे चलाएंगे. आज नरेंद्र मोदी ने इस सवाल पर विराम लगा दिया. उन्होंने अपने एक बयान में कहा कि, 'साथियों, यह मेरा सौभाग्य है कि एनडीए के नेता के रूप में आप सब साथियों ने, सर्व सम्मति से नया दायित्व दिया है और इसके लिए मैं बहुत आभारी हूं.' उन्होंने कहा कि, हम गर्व से कह ककते है, पांच साल का टर्म होता है, इस अलायंस ने तीस साल में पांच-पांच साल के तीन टर्म सफलता पूर्वक पार लिए और अलायंस चौथे टर्म में एंटर कर रहा है.
क्या है NDA का असल मतलब?
इस तरह एनडीए की हिस्ट्री और आपसी केमेस्ट्री का पूरा चैप्टर नरेंद्र मोदी ने पढ़कर सुना दिया. ये भी बता दिया कि मोदी की अगुवाई में चलने वाली मिली-जुली सरकार भी मजबूत सरकार है. इसे यूं समझिये. मोदी ने कहा एनडीए का मतलब है गुड गवर्नेंस. एनडीए के N का मतलब है-न्यू इंडिया ,D का मतबल है Developed india और A का मतलब है उम्मीदों से भरा इंडिया यानी Aspirational India. ये वही एनडीए है जिसे देश की जनता ने पूर्ण बहुमत दिया, अब सवाल है पूर्ण बहुमत न मिलने को लेकर मोदी के मन में क्या है?

नतीजों ने एक्सपोज किया विपक्ष का झूठ
नतीजों की व्याख्या का सारांश एक वाक्य में समझें तो यही है, बीजेपी को अकेले दम पर पूर्ण बहुमत नहीं मिला, लेकिन नतीजों ने विपक्ष के झूठ को पूरी तरह से एक्सपोज कर दिया, हालांकि 2024 में मिले जनादेश को लेकर नरेंद्र मोदी की लाइन एकदम स्पष्ट है. पीएम मोदी ने कहा कि, 'मैं मानता हूं, 2024 लोकसभा चुनाव के जो नतीजे हैं, उसे हर पैरामीटर से देखा जाएगा. दुनिया मानती है कि ये एनडीए की महाविजय है. उन्होंने कहा 'साथियों, प्रीपोल अलांयस, हिंदुस्तान के राजनीतिक इतिहास में हिंदुस्तान की राजनीति गठबंधन के इतिहास में, प्रिपोल अलायंस इतना सफल, कभी नहीं हुआ. एनडीए हुआ है, ये गठबंधन की विजय है. हमने बहुमत हासिल किया है.'
क्या मोदी बड़े और कड़े फैसले ले पाएंगे? देखिए जवाब
मोदी ने यही समझाया कि सरकार ने दस साल पूरे किए और जनता ने तीसरे टर्म के लिए चुना है. कुछ लोगों के मन में सवाल है कि मिली-जुली सरकार तो कमजोर होती है, बीजेपी को बहुमत नहीं मिला, लिहाजा मिली-जुली सरकार के चलते मोदी के हाथ बंधे रहेंगे, तो क्या मोदी बड़े और कड़े फैसले ले पाएंगे?
इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि, 'एनडीए का कार्य , बड़े फैसले और तेज विकास का है. अब हम समय गंवाना नहीं चाहते हैं. अभी हमारी इकॉनॉमी पांच नंबर है, जिसे तीन नंबर पर पहुंचाना है.
अगले पांच साल का रोडमैप क्या? क्या बोले नरेंद्र मोदी
सवाल ये भी है पहले और दूसरे टर्म से मोदी का तीसरा टर्म कितना अलग होगा, आगे का रोड मैप क्या है,नरेंद्र मोदी ने अपने तीसरे टर्म का पूरा ब्लूप्रिंट रख दिया. इसके जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि, 'पल-पल देश के लिए, 24 घंटे मौजूद हूं. हमें देश को आगे बढ़ाना है. मैं विश्वास दिलाता हूं कि मैं आपकी आशाओं और इच्छाओं को पूरा करने में कोई कमी नहीं छोड़ूंगा. मेरे लिए यह जन्म सिर्फ और सिर्फ, वन लाइफ वन मिशन है और वो है मेरी भारत माता. यह मिशन है 140 करोड़ देशवासियों के सपनों को पूरा करने के लिए खप जाना.”
इस चुनाव, नतीजे और जीत की 9 बड़ी बातें
4 जून को नतीजे आने के बाद, जैसा कि लग रहा था कि पीएम मोदी खामोश हैं, लेकिन आज जब पुरानी संसद के सेंट्रल हॉल में मोदी को NDA संसदीय दल का नेता चुना गया, तो उन्होंने INDIA गठबंधन से लेकर कांग्रेस पर जोरदार प्रहार किए. आपको 2024 चुनाव की कुछ बड़ी बातें बता देते हैं.
1. मोदी रिकॉर्ड तीसरी बार पीएम बनेंगे.
2. पहले गैर कांग्रेसी हैं जो तीसरी बार पीएम बनेंगे.
3. मोदी 7 October 2001 से लगातार सीएम या पीएम हैं.
4. 21 साल से पीएम मोदी जिस चुनाव को लीड करते हैं जिताते हैं.
5. केरल में पहली बार बीजेपी का खाता खुला है.
6. मध्य प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना में बीजेपी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हुआ है.
7. 10 साल बाद कांग्रेस को मिलेगा लोकसभा में नेता विपक्ष.
8. बीजेपी से सीधी फाइट में कांग्रेस का स्ट्राइक रेट करीब 10 फीसदी से बढ़कर करीब 30 फीसदी हुआ.
9. इस बार एनडीए की कुल 15 पार्टियों के 293 सांसद चुने गए.
संविधान पर जो उठे थे सवाल, एक तस्वीर से मिल गया जवाब
बीजेपी को अकेले दम पर पूर्ण बहुमत नहीं मिला, तो राहुल गांधी ने इसे पीएम मोदी और अमित शाह की हार घोषित कर दिया. अब पीएम मोदी, विपक्ष के एक-एक वार का जवाब दे रहे हैं. पुरानी संसद भवन के सेंट्रल हॉल में, पीएम मोदी संविधान के सामने सिर झुकाते हैं. संविधान को नमन करते हैं. यकीनन पीएम मोदी ये बता भी रहे हैं, और दिखा भी रहे हैं कि सबसे ऊपर देश का संविधान है, देश का लोकतंत्र है.
पीएम मोदी ने संविधान के लिए कही ये बात
इतना ही नहीं पीएम मोदी ने आज, संविधान को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी लिखा. ' मेरे जीवन का हर पल डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर द्वारा दिए गए भारत के संविधान के महान मूल्यों के प्रति समर्पित है. यह हमारा संविधान ही है, जिससे एक गरीब और पिछड़े परिवार में पैदा हुए मुझ जैसे व्यक्ति को भी राष्ट्रसेवा का अवसर मिला है. ये हमारा संविधान ही है, जिसकी वजह से आज करोड़ों देशवासियों को उम्मीद, सामर्थ्य और गरिमापूर्ण जीवन मिल रहा है.'
हर रैली में संविधान दिखाते थे राहुल गांधी
अब सवाल उठता है कि, क्या ये सब पीएम मोदी ने इसलिए किया, क्योंकि राहुल गांधी ने 18वीं लोकसभा के चुनाव में सिर्फ और सिर्फ संविधान का मुद्दा उठाया. पूरे चुनाव में राहुल गांधी घूम-घूमकर, रैलियों में संविधान दिखाते रहे, और ये भी कहते रहे कि तीसरी बार मोदी सरकार आई, तो संविधान पर खतरा है. जब 4 जून को नतीजे आए तो, राहुल गांधी ने एक ही दोहराई, ये संविधान की जीत है.
240 सीटों का मतलब, मोदी-शाह की हार?
इस लोकसभा चुनाव में बीजेपी बहुमत के आंकड़े से 32 सीटें दूर रह गई. यानी बीजेपी को 240 सीटें ही मिल पाईं. 2014 में बीजेपी को अकेले 282 सीटें मिली थीं. 2019 में बीजेपी ने अकेले 303 सीटें जीती थीं और 2024 में बीजेपी 240 पर सिमट गई. अब INDIA गठबंधन ढिंढोरा पीट रहा है कि बीजेपी की 240 सीटें आने का मतलब है, नरेंद्र मोदी और अमित शाह की हार हुई है. शुक्रवार को पीएम मोदी इस पर भी जवाब दिया.
हम विजय को पचाना जानते हैंः मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि, 'देशवासी जानते हैं कि न हम हारे थे, न हारे हैं. 4 तारीख के बाद हमारा जो व्यवहार रहा है, वो दिखाता है कि हम विजय को पचाना जानते हैं. विजय के समय उन्माद पैदा नहीं होता है. हम पराजय का उपहास भी नहीं करते हैं. यह हमारे संस्कार हैं. किसी भी बालक को पूछो कि 2024 के पहले सरकार किसकी थी तो कहेगा कि एनडीए. पूछिए कि चुनाव के बाद सरकार किसकी- तो जवाब होगा एनडीए, तो हारे कहां से. सोचिए कि 10 साल बाद भी कांग्रेस 100 के आंकड़े को नहीं छू पाई. अगर 2014, 19 और 2024 के चुनाव को जोड़कर कहूं तो तीन चुनाव में इन्हें जितनी सीटें मिली हैं, उससे ज्यादा हमें इस चुनाव में मिली है.
नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार NDA संसदीय दल के नेता चुन लिए गए हैं और 9 जून को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ भी ले रहे हैं. NDA के पास 293 सांसद हैं. अब पीएम मोदी गठबंधन की सरकार चलाएंगे. ऐसे में ये साफ दिख रहा है, INDIA गठबंधन बीजेपी को बहुमत न मिलने का ही जश्न मना रहे हैं.
इनपुट: कौशलेंद्र सिंह और आदित्य बिड़वई