ओडिशा के बालासोर जिले के फकीर मोहन ऑटोनोमस कॉलेज की एक बीएड की छात्रा ने यौन उत्पीड़न और संस्थान की चुप्पी के खिलाफ विरोध जताते हुए कॉलेज प्रिंसिपल के चेंबर के सामने खुद को आग लगा ली थी. छात्रा करीब 90 प्रतिशत जल चुकी है और इस समय एम्स भुवनेश्वर में उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. आज शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान छात्रा का हाल जानने के लिए अस्पताल पहुंचे हैं.
छात्रा के साथ एक अन्य छात्र भी जलने से घायल हुआ था, जो उसे बचाने की कोशिश कर रहा था. साथी छात्रों के मुताबिक, छात्रा पिछले कई हफ्तों से मानसिक रूप से परेशान थी. आरोप है कि इंटीग्रेटेड बीएड डिपार्टमेंट के प्रमुख समीर कुमार साहू छात्रा से बार-बार अनुचित मांगें कर रहे थे और ऐसा न करने पर नंबर काटने और फेल करने की धमकी दे रहे थे.
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प्रिंसिपल और स्थानीय पुलिस को छात्रा ने दी थी शिकायत
छात्रा ने कॉलेज प्रिंसिपल और स्थानीय पुलिस दोनों को शिकायत दी थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई. कॉलेज की ओर से एक आंतरिक जांच समिति बनी थी, लेकिन वह किसी तरह की कार्रवाई नहीं की गई. छात्रा ने आत्मदाह से पहले कॉलेज प्रिंसिपल से मुलाकात की थी.
अस्पताल पहुंचकर शिक्षा मंत्री ने छात्रा के सेहत की जानकारी ली
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी एम्स भुवनेश्वर पहुंचे और छात्रा की सेहत की जानकारी ली. उन्होंने मुख्यमंत्री से बात कर छात्रा के बेहतर इलाज के निर्देश दिए हैं. बालासोर एसपी राज प्रसाद ने पहले बताया था कि आरोपी शिक्षक को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया. फोरेंसिक टीम ने भी मामले की जांच की है. आंतरिक रिपोर्ट की भी समीक्षा की जा रही है. पुलिस ने कहा कि छात्रा की हालत अभी भी गंभीर है और जांच तेजी से चल रही है.
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घटना के बाद आरोपी शिक्षक को किया गया अरेस्ट
घटना के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए समीर साहू को गिरफ्तार कर लिया और कॉलेज के प्रिंसिपल दिलीप कुमार घोष को सस्पेंड कर दिया गया. राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने कहा कि सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और इसकी जांच एक वरिष्ठ महिला अधिकारी की अध्यक्षता वाली कमेटी कर रही है.