केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा है कि अगर शिफ्ट के हिसाब से ट्रक ड्राइवर काम करे तो सड़क दुर्घटना काफी कम हो जाएंगी. उन्होंने हवाई जहाज के पायलटों की तरह ही ट्रक ड्राइवरों के लिए भी काम के घंटे निर्धारित करने की वकालत की है. केंद्रीय मंत्री ने इसके अलावा वाणिज्यिक वाहनों में सेंसर लगाने पर भी जोर दिया है, जिससे कि चालक को नींद आते ही अलार्म बजने लगे.
मंगलवार को राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिषद (एनआरएससी) की बैठक में उन्होंने अधिकारियों को कहा कि विदेशों में या यूरोपियन देशों के मानकों के हिसाब से कॉमर्शियल वाहनों में ऑन-बोर्ड स्लीप डिटेक्शन सेंसर लगाने की नीति पर काम किया जाए. इस मुद्दे पर एनआरएससी की बैठक अब हर दो महीने में होगी और अपने अपडेट साझा करेगी.
I will also write letters to CMs and Collectors to ensure that District Road Committee meetings happen regularly. Emphasised on deciding driving hours for truck drivers of commercial vehicles, similar to pilots, to reduce fatigue-induced road accidents. pic.twitter.com/2R1jvAXAV7
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) September 21, 2021
सड़क दुर्घटनाओं में आएगी कमी
एनआरएससी की बैठक में नितिन गडकरी ने कहा कि पायलटों की तरह ट्रक चालकों के लिए भी ड्राइविंग के घंटे निश्चित होने चाहिए. इससे थकान की वजह से होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी. उन्होंने ट्वीट कर इसकी जानकारी भी दी. उन्होंने लिखा, ‘‘मैंने अधिकारियों से यूरोपीय मानकों के अनुरूप वाणिज्यिक वाहनों में वाहन चलाते समय नींद आने का पता लगाने वाले सेंसर को लेकर नीति पर काम करने को कहा है.''इस मुद्दे पर एनआरएससी की बैठक अब हर दो महीने में होगी और अपने अपडेट साझा करेगी. बैठक में उन्होंने कहा कि वह जिला सड़क समितियों की नियमित बैठक बुलाने के लिए मुख्यमंत्रियों और जिला कलेक्टरों को पत्र लिखेंगे. वहीं उन्होंने परिषद की बैठक हर दो माह में आयोजित करने का निर्देश दिया है. जिससे इस दिशा में काम मे तेजी लाई जा सके.