मानसून सत्र 2025 बुधवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया. 21 जुलाई से शुरू होकर 32 दिन और 21 बैठकें चलीं, लेकिन कामकाज के बजाय हंगामे ने ज्यादा हेडलाइनें बनाई. नतीजा ये रहा कि लोकसभा की उत्पादकता सिर्फ 31% रही और राज्यसभा की 33%. हालांकि, सत्र में कई अहम बिल पास हुए लेकिन विपक्ष के लगातार विरोध और हंगामे के चलते बहस और चर्चाएं अधूरी ही रहीं.
ये रहीं सत्र की बड़ी बातें
1. ऑपरेशन सिंदूर पर स्पेशल चर्चा
इस सत्र की सबसे अहम बहस रही ऑपरेशन सिंदूर पर. पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत की सैन्य कार्रवाई पर संसद में 35 घंटे से ज्यादा चर्चा हुई. लोकसभा में 73 सांसदों ने हिस्सा लिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया. राज्यसभा में 65 सांसदों ने हिस्सा लिया और गृह मंत्री अमित शाह ने जवाब दिया.
2. मणिपुर में राष्ट्रपति शासन बढ़ा
दोनों सदनों ने मणिपुर में राष्ट्रपति शासन 6 महीने के लिए बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी. लोकसभा ने 30 जुलाई और राज्यसभा ने 5 अगस्त को इसे पास किया.
3. मणिपुर बजट पास
लोकसभा ने मणिपुर का बजट 2025-26 और उससे जुड़े एप्रोप्रिएशन बिल को 7 अगस्त को पास किया. राज्यसभा ने 11 अगस्त को इसे रिटर्न किया और प्रक्रिया पूरी हो गई.
4. आयकर विधेयक 2025 वापस
केंद्र सरकार ने इनकम-टैक्स बिल, 2025 को वापस ले लिया. सरकार ने बताया कि टेक्निकल सुधार और सुझावों को शामिल करने के बाद नया बिल लाया जाएगा.
5. बड़े बिल हुए पास
नेशनल स्पोर्ट्स गवर्नेंस बिल 2025 जो खेलों में पारदर्शिता और खिलाड़ियों के कल्याण के लिए लाया गया.
ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 जो ई-स्पोर्ट्स और सोशल गेमिंग को बढ़ावा देने के लिए, लेकिन पैसे वाले गेम्स पर रोक लगाने के लिए पेश किया गया था.
पोर्ट्स और शिपिंग से जुड़े 5 बड़े समुद्री विधेयक जो समुद्री कानूनों को आधुनिक बनाने के लिए है.
खनन और खनिज संशोधन विधेयक 2025.
आईआईएम (संशोधन) बिल 2025.
6. कमेटी के पास गए बिल
इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड संशोधन विधेयक 2025 और जन विश्वास (संशोधन) विधेयक 2025 – लोकसभा की सेलेक्ट कमेटी को भेजे गए. संविधान (130वां संशोधन) बिल 2025, यूनियन टेरिटरीज संशोधन बिल 2025 और जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन संशोधन बिल 2025 संसद की जॉइंट कमेटी को भेजे गए. इनका मकसद है कि जिन मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले हैं और वे 30 दिन से ज्यादा जेल में हैं, उन्हें पद से हटाया जाए.
7. स्पेस प्रोग्राम पर अधूरी चर्चा
18 अगस्त को लोकसभा में भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री और विक्सित भारत 2047 के स्पेस रोडमैप पर चर्चा शुरू हुई, लेकिन विपक्षी हंगामे के चलते यह अधूरी रह गई.
हंगामा ज्यादा, कामकाज कम
लोकसभा में 120 घंटे का समय उपलब्ध था, लेकिन काम हुआ सिर्फ 37 घंटे. वहीं राज्यसभा में कुल 41 घंटे 15 मिनट काम हुआ. राज्यसभा के उपसभापति ने कहा कि लगातार स्थगन और हंगामे से संसद का भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने बताया कि 285 सवाल और 285 ज़ीरो ऑवर नोटिस लिस्टेड थे, लेकिन जवाब सिर्फ 14 सवालों पर ही दिए जा सके और ज़ीरो ऑवर में सिर्फ 7 मुद्दे उठ पाए.
दी गईं विदाई और त्योहार की शुभकामनाएं
राज्यसभा ने 24 जुलाई को रिटायर हुए तमिलनाडु के 6 सांसदों को विदाई दी. साथ ही उपसभापति ने गणेश चतुर्थी, ओणम, दुर्गा पूजा, दशहरा और दिवाली की शुभकामनाएं दीं और सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया.