दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने शराब घोटाले में 17 महीने बाद जेल से बाहर आने पर पहला इंटरव्यू दिया है. उन्होंने कहा कि मैंने कभी सोचा नहीं था कि शराब घोटाले में जेल जाना पडे़गा.
सिसोदिया ने आजतक के साथ बातचीत में कहा कि राजनीति में हमें रेड कार्पेट वेलकम की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए. इसलिए मैं जेल जाने को लेकर मानसिक रूप से तैयार था. लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं शराब घोटाले मामले में 17 महीने जेल में रहूंगा. मुझ पर वो कानून लगाया गया, जो आतंकी या ड्रग माफिया की फंडिंग रोकने के लिए लगाया जाता है.
उन्होंने कहा की विपक्ष के नेताओं को जेल में डाला जा रहा है. हमें तोड़ने की कोशिश की गई. राजनीति में एक दूसरे पर आरोप लगाना आम है. लेकिन मुझे लगता है कि किसी भी शख्स को जेल भेजने या उसे गिरफ्तार करने का कोई ना कोई कारण होता है. सरकार में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे फिलहाल सरकार में शामिल होने की जल्दी नहीं है.
जेल में खुद से दोस्ती हो गई
मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैंने 17 महीने जेल में बिताए हैं. इस दौरान जेल में मेरी खुद से दोस्ती हो गई थी. जेल से निकले 4-5 दिन हो गए हैं. कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह है. एमपी-एमएलए से लेकर हर किसी को देखकर बहुत गर्व हो रहा है. पिछले आठ से दस साल का इतिहास देखा जाए तो ईडी-सीबीआई की धमकियों से पार्टियां टूट गईं. लेकिन ना हमारी पार्टी टूटी और ना हमारी सरकार बिखरी. हम लगातार काम करते रहे.
शराब घोटाले में आम आदमी पार्टी की फजीहत होने के सवाल पर सिसोदिया ने कहा कि मुझे लगता है कि इस मामले में पार्टी की फजीहत होने के बजाए उसकी इज्जत बढ़ी है. लोग सोच रहे हैं कि ये पार्टी इतने दबाव के बावजूद डटकर खड़ी है.
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ये केस मैंने नहीं बल्कि मेरी पार्टी ने लड़ा है
सिसोदिया ने कहा कि शराब घोटाले से जुड़ा यह केस मैने नहीं बल्कि मेरी पार्टी ने लड़ा है. मेरी इतनी औकात ही नहीं थी कि मैं केस लड़ पाऊं. इस दौरान मेरी पत्नी हर वक्त मेरे साथ खड़ी रही.
सिसोदिया ने कहा कि ईडी की कार्रवाई की धमकी मिलने पर पार्टियां टूट जाती हैं, सरकारें बिखर जाती हैं. लेकिन ना तो हमारी पार्टी टूटी और ना ही सरकार बिखरी है. हमारी पार्टी डटकर खड़ी रही. हम लगातार काम करते रहे.
कांग्रेस से गठबंधन के सवाल पर क्या बोले सिसोदिया?
दिल्ली में अगले कुछ महीनों में चुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस के साथ गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि गठबंधन समय के हिसाब से तय होते हैं. मैं दिल्ली के चुनाव और लोकसभा चुनाव को अलग करके देखता हूं. चुनाव तो बहुत छोटी चीज है. हमें सबसे पहले बीजेपी की तानाशाही से लड़ना होगा. इस देश में तानाशाही का क्राइसिस है. विपक्षियों को जेल में डाला जा रहा है. केजरीवाल जी जेल में हैं. इससे पहले हेमंत सोरेन को जेल में डाला था. हमारे पार्टी के कई नेताओं को जेल में डाल चुके हैं. कल राहुल गांधी या मल्लिकार्जुन खड़गे को भी जेल में डाल देंगे. फिलहाल बुरी तरह से हाहाकार मचा है. ईडी ने छोटे-छोटे व्यापारियों को परेशान कर रखा है. इस तानाशाही के खिलाफ खड़ा होना होगा.
सिसोदिया ने कहा कि मैं आम आदमी पार्टी को किसी भी लिहाज से कमजोर कड़ी नहीं मानता हूं. अगर सारा का सारा विपक्ष इकट्ठा हो जाए तो केजरीवाल 24 घंटे के भीतर जेल से बाहर आ जाएंगे.
क्या दोबारा डिप्टी CM बनेंगे सिसोदिया?
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री पद पर वापसी से जुड़े सवाल पर सिसोदिया ने कहा कि ऐसा हो सकता है लेकिन मुझे किसी चीज की जल्दबाजी नहीं है. मुझे जेल से बाहर आए कुछ ही दिन हुए हैं. अरविंद केजरीवाल भी जल्द जेल से बाहर आएंगे. जब अरविंद जी आएंगे तो वह और पार्टी का शीर्ष नेतृत्व इस पर फैसला लेगा. फिलहाल मैं लोगों से मिलने में व्यस्त हूं.
बता दें कि शराब घोटाले मामले में मनीष सिसोदिया को बीते नौ अगस्त को जमानत मिल गई थी. वह जमानत मिलने के 17 महीने बाद जेल से बाहर आए थे.