लोकसभा में बुधवार को वोटर लिस्ट रिवीजन के मुद्दे पर जोरदार हंगामा देखने को मिला. गिरफ्तारी की स्थिति में मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों को पद से हटाने के संबंध में बिल पेश हुआ, तब सदन में पक्ष-विपक्ष के बीच जोरदार तल्खी भी देखने को मिली. विपक्षी सदस्यों ने गृह मंत्री अमित शाह के सामने बिल की कॉपी फाड़ी, उन पर कागज फेंके.
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों को तल्ख अंदाज में सदन की मर्यादा का ध्यान रखने की नसीहत दी, तो वहीं एक मौका ऐसा भी आया जब वह विपक्ष के हंगामे पर चुटीले अंदाज में नजर आए. स्पीकर ओम बिरला ने ऑनलाइन गेमिंग से संबंधित बिल को लेकर कहा कि आप इस पर 18 घंटे चाहें, तो 18 घंटे चर्चा कराऊंगा.
उन्होंने एनके प्रेमचंद्रन का नाम लेकर कहा कि बहुत दिन हो गए आपको बोले हुए. इस पर विपक्ष के किसी सदस्य ने कुछ कहा, जिसके जवाब में स्पीकर ने कहा कि हां, बोलिए. सदन में बोलने के लिए आते हैं. वेल में आकर हंगामा करने के लिए नहीं आते. दरअसल, लोकसभा की कार्यवाही शाम पांच बजे जब पांचवीं बार शुरू हुई, तब आसन पर आते ही स्पीकर ने महासचिव का नाम लिया.
विपक्ष की ओर से किसी सदस्य ने कहा कि सर इधर भी हाउस है सर. इस पर स्पीकर ने कहा कि बोलो, बैठो. बिल्कुल मौका देंगे, बैठो. उन्होंने कहा कि अच्छा विधेयक है. देश के अंदर एक अच्छा संदेश जाएगा. हम देश में रोज आत्महत्याओं को देखते हैं. परिवारों को बर्बाद होते देखते हैं.
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स्पीकर ने कहा कि इस तरीके के विधेयक लाना और उस पर सदन में आपके विचार, आपके सुझाव अवगत कराना, अच्छा है. उन्होंने कहा कि कई विधेयक देशहित में होते हैं. ऐसे विधेयकों पर चर्चा करिए. इस विधेयक पर सबको मौका दूंगा, रात को दो बजे तक का मौका दूंगा. अगले दिन तक बोलना चाहो, अगले दिन 11 बजे तक मौका दूंगा.
स्पीकर ने कहा कि ये ऑनलाइन गेमिंग से संबंधित विधेयक है और आपने (विपक्ष ने) भी कई बार इस विषय को उठाया है. विपक्ष के सदस्यों ने हमेशा मांग की है कि इस पर कानून बनना चाहिए. स्पीकर की अपील के बावजूद इस बिल पर चर्चा नहीं हो सकी और इसे बिना चर्चा के ध्वनिमत से पारित कर दिया गया.