scorecardresearch
 

गैंग्स ऑफ ट्विटरपुर: सेलेब्रिटी के नाम से ट्विटर पर फर्जी अकाउंट्स का खेल

इन फर्जी अकाउंट्स की ओर से पोस्ट किए गए कई ट्वीट्स सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील थे और साथ ही वायरल भी हुए. प्रसिद्ध हस्तियों की पहचान, जिनके पास ट्विटर पर वैरीफाइड अकाउंट्स नहीं हैं, को जानबूझकर चुना गया था.

Advertisement
X
प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ट्विटर पर फर्जी अकाउंट्स का खेल
  • सोशल इन्फ्लुएंशर बनने की होड़
  • ट्वीट-रीट्वीट, फॉलोअर का चक्कर

ट्विटर हैंडल @SunilmisraRW खुद को "प्राउड इंडियन नेशनलिस्ट हिंदू आरडब्ल्यू" और  टीम_पं_नेतन्याहू का सदस्य बताता है.

दिलचस्प यह है कि माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर अपेक्षाकृत नया अकाउंट 33 हजार फॉलोअर्स हासिल करने में कामयाब रहा है. एक नए खाते के लिए, जिसने अपना पहला दिखने वाला ट्वीट सिर्फ 10 दिन पहले पोस्ट किया था और जो पहले से पॉपुलर शख्स भी नहीं था, उसके लिए ये एक उल्लेखनीय उपलब्धि है. लेकिन यह पूरी कहानी नहीं है. असल में, सुनील मिश्रा ने ट्विटर पर पिछले दो महीनों में कई ‘जिंदगियां’ जी हैं. और यह अकाउंट एक बहरूपियों के एक गैंग से संबंधित है जो एक न्यूज साइकल के दौरान लोकप्रिय व्यक्तित्वों का स्वांग करता है.  

दिवंगत एक्टर की बहन से लेकर भारत के एक टॉप वकील तक 

इस महीने के शुरू में, दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की अमेरिका स्थित बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने एक ट्वीट पोस्ट किया, जिसमें बताया गया कि एक फर्जी अकाउंट एक्टर की एक बहन के नाम से चलाया जा रहा है. फर्जी अकाउंट @sistersushant को हजारों रीट्वीट्स मिले. ये अकाउंट जल्दी ही ट्विटर से गायब भी हो गया, लेकिन स्थायी तौर पर नहीं हटा. असल में जो, बहरूपिया इसे चला रहा था, उसने इसकी ट्विटर पहचान बदल दी और इसके सारे ट्वीट डिलीट कर दिए. हालांकि इसने सभी फॉलोअर्स को बरकरार रखा.  

Advertisement

इस साल 5 अगस्त के नजदीक आते ही अयोध्या में भूमि पूजन से संबंधित समाचार सुर्खियों में छाने लगे थे. भारत के पूर्व अटॉर्नी जनरल और भारत के टॉप लीगल माइंड्स मे से एक माने जाने वाले, 92 वर्षीय के परासरन जिन्हें सुप्रीम कोर्ट में कानूनी लड़ाई का नेतृत्व करने और जीतने का श्रेय दिया जा रहा था, अचानक, उनके नाम का इस्तेमाल करते हुए एक नया ट्विटर अकाउंट (@Realparasaran) सामने आया और खुद को वरिष्ठ वकील का प्रतिनिधित्व करते दिखाने का भ्रम दिया. इस अकाउंट से शुरुआती ट्वीट्स 10 हजार से अधिक रीट्वीट्स हासिल करने में सफल रहे. यह सुशांत सिंह राजपूत की बहन होने का दिखावा करने वाले अकाउंट के बाद किसी जाने पहचाने शख्स के नाम से दूसरा फर्जी अकाउंट था.  

लीगल सेलेब्रिटी के नाम पर दो हफ्ते तक आभासी जीवन जीने के बाद इस अकाउंट ने आखिरकार सारे ट्वीट्स हटा दिए और हैंडल का नाम बदल कर “प्राउड इंडिया नेशनलिस्ट हिन्दू’’ नाम सुनील मिश्रा से कर दिया. इस तरह हजारों फॉलोअर्स हैंडल की बेल्ट में आ गए. यहां से खुद की गई सारी शुरुआती पोस्ट्स हटा दी गईं. लेकिन इसने दूसरों के किए वो ट्वीट्स डिलीट नहीं किए, जिनमें इस हैंडल के शुरुआती अवतारों के दौरान इसे टैग किया गया था.  

Advertisement

वर्चुअल स्पेस पर बदले कई नाम 

30 जून को किए गए इस ट्वीट में (जब यह अकाउंट सुशांत की बहन का होने का स्वांग कर रहा था), एक व्यक्ति सुनील को दीदी (बहन) कहते हुए जवाब देता है, जबकि मूल ट्वीट, नष्ट हो चुका है. इसी तरह 6 अगस्त को पोस्ट किए गए ट्वीट में, मौजूदा वक्त का सुनील खुद को के परासरन बता रहा था, यानि वरिष्ठ वकील के परासरन का स्वांग कर आभासी जिंदगी जी रहा था. 

जबकि सुनील के अकाउंट ने ट्रैक को कवर करने के लिए अपने सारे ट्वीट्स ने पटरियों को कवर करने के लिए अपने सभी पुराने ट्वीट्स डिलीट कर दिए, लेकिन दूसरों के पोस्ट किए गए ट्वीट्स को हटाया नहीं जा सका. लेकिन सुनील का अकाउंट अकेला नहीं जो सस्ते ट्वीट बेट्स के उन्माद की सवारी करने वाला है. 

एक अन्य अकाउंट @Karishma2929 ने जुलाई में अस्तित्व में आने के बाद से सिर्फ एक ट्वीट से 18 हजार से अधिक फॉलोअर्स बनाए हैं. इस अकाउंट ने खुद को "करिश्मा भोसले, गर्वित हिन्दू का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट” बताया गया है, लेकिन अधिक समय नहीं हुआ, जब ये अकाउंट खुद को ऐश्वर्या राय बच्चन का आधिकारिक ट्विटर हैंडल बताते हुए काम कर रहा था, और फिल्म इंडस्ट्री पर विवादित ट्वीट्स कर रहा था. यह वह समय था जब बच्चन परिवार के सदस्यों के कोविड-19 के लिए टेस्ट पॉजिटिव आए थे और उससे जुड़ी खबरें दैनिक न्यूज साइकल में शीर्ष पर थीं. एक बार जब यह न्यूज साइकल खत्म हुआ तो करिश्मा की प्रोफाइल भारत के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी का प्रतिनिधित्व करने के लिए बदल गई. मुकेश अंबानी के नाम से ये फर्जी अकाउंट (अब करिश्मा भोसले अकाउंट) अयोध्या में 5 अगस्त को भूमि पूजन आयोजन के दौरान नकली के परासरन (अब सुनील मिश्रा) अकाउंट के ट्वीट्स को भी धड़ाधड़ रीट्वीट कर रहा था. 

Advertisement

इन फर्जी अकाउंट्स की ओर से पोस्ट किए गए कई ट्वीट्स सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील थे और साथ ही वायरल भी हुए. प्रसिद्ध हस्तियों की पहचान, जिनके पास ट्विटर पर वैरीफाइड अकाउंट्स नहीं हैं, को जानबूझकर चुना गया था. मुकेश अंबानी और ऐश्वर्या राय बच्चन दोनों के ट्विटर पर वैरीफाइड अकाउंट्स नहीं हैं. के परासरन का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अकाउंट भी नहीं है. अयोध्या केस में उनके करीब रह कर काम कर चुके सुप्रीम कोर्ट के एक वकील ने इंडिया टुडे को बताया- "परासरन सर के पास ट्विटर अकाउंट नहीं हैं.”

लेकिन ये बहरूपिए अकाउंट्स धड़ल्ले से सेलेब्रिटीज के नाम पर फर्जीवाड़ा करते हैं. 

Advertisement
Advertisement