महाराष्ट्र के बदलापुर में दो स्कूली बच्चियों से यौन शोषण के मामले को लेकर लोगों में गुस्सा है. आरोपी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इस मामले पर मचे सियासी बवाल के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के विधायक का आपत्तिजनक बयान सामने आया है.
एकनाथ शिंदे की शिवसेना पार्टी के विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा कि मैंने आंदोलन देखे हैं. जिन लोगों की कम उम्र रहती है, उनमें इस तरह के अपराध की प्रवृत्ति रही है. अब ये लोग कह रहे हैं कि सरकार ने किया है. अब क्या महाराष्ट्र के सभी स्कूलों पर मुख्यमंत्री पहरा देंगे? या एसपी उनके घर पर जाकर बैठेंगे या फिर आरोपी फोन करके कहेगा की मैं बलात्कार कर रहा हूं, मुझे आकर पकड़ो?
उन्होंने कहा कि घटना होते रहती है, उसके लिए सिस्टम है. पुलिस काम नहीं करेगी तो सीबीआई या एसआईटी करेगी. ऐसी घटना पर राजनीति करने से अच्छा यह है की उस जालिम को सजा कैसे मिले इसकी कोशिश सभी को करनी चाहिए. ऐसी कोशिश महाराष्ट्र में होते नजर नहीं आ रही है, कोई घटना होती है तो राजनीति शुरू हो जाती है.
इससे पहले सोमवार को आरोपी को अदालत में पेश किया गया था. कोर्ट ने अभियोजन पक्ष की दलीलें सुनीं और आगे की हिरासत की मांग की थी. अदालत ने आरोपी अक्षय शिंदे को चौदह दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. पीड़ित परिवार की तरफ से पेश हुए वकील प्रियेश जाधव ने हस्तक्षेप याचिका दायर कर आरोपियों के खिलाफ पोक्सो एक्ट की धारा 6 जोड़ने की मांग की थी, जिसे अब पुलिस ने जोड़ दिया है.
पोक्सो एक्ट की धारा 6 के तहत आरोपियों को 20 साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा का प्रावधान है और अब एसआईटी ने आरोपियों के खिलाफ इसे जोड़ दिया है. जाधव ने कहा कि स्कूल प्रिंसिपल, प्रशासन सचिव और प्रशासन अध्यक्ष को आरोपी बनाया गया है और मामले में वॉन्टेड दिखाया गया है.
स्कूल से 15 दिन की CCTV फुटेज गायब
संबंधित स्कूल से 15 दिन की सीसीटीवी फुटेज गायब हो गई है. स्कूल मैनेजमेंट का कहना है कि अब, इसकी जांच भी जरूरी हो गई है कि इसके पीछे क्या मकसद था, सीसीटीवी क्यों गायब किया गया. हम स्थिति की जांच कर रहे हैं और आगे की जांच के लिए इसे पुलिस को सौंप रहे हैं. रेप के मामले में लड़की को 10 लाख और जिस पर सेक्सुअल हमला हुआ है उसे 3 लाख दिए जाएंगे.
मैनेजमेंट ने आगे कहा, 'हम दोनों पीड़ितों की शिक्षा का खर्च उठाएंगे और इस बात का ध्यान रखेंगे कि जरूरी वित्तीय सहायता हर महीने चेक के रूप में हो, जिससे लड़कियों की पहचान उजागर न हो. हम दोनों लड़कियों की मदद करेंगे.