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ड्रोन, 500 जीबी डेटा और बम बनाने का सर्किट... पुणे में गिरफ्तार आतंकियों के फ्लैट से ATS ने बरामद किया ये सामान

ATS को गिरफ्तार आतंकियों के फ्लैट से 500 जीबी डेटा मिला है जिसे एनालिसिस करना है. ये 500 gb डाटा FSL को भेजा गया है. ATS को इस फ्लैट से बम बनाने का सर्किट भी मिला है.  ब्लास्ट टेस्टिंग के बाद उसकी क्षमता परखने के लिए आतंकी जंगल मे ही टेंट में रुकते थे. महाराष्ट्र ATS टीम इन चार संदिग्ध आतंकियों के अलावा अन्य संदिग्धों की तलाश में भी जुटी है.

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एटीएस ने आतंकियों के फ्लैट से बरामद की संदिग्ध वस्तुएं (फाइल फोटो)
एटीएस ने आतंकियों के फ्लैट से बरामद की संदिग्ध वस्तुएं (फाइल फोटो)

पुणे के कोथरूड इलाके से गिरफ्तार दो संदिग्ध आतंकियों के फ्लैट से ats ने अनेक वस्तुएं बरामद की हैं. तीनों संदिग्ध आतंकी पुणे के कोंडवा इलाके में चेतना गार्डन सोसायटी के फ्लैट मे रहते थे. इस फ्लैट से ATS ने एक अत्याधुनिक ड्रोन जब्त किया है. तीनों संदिग्ध आंतकियों को आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की advance ट्रेनिंग मिली है, ये जानकारी जांच के दौरान ats को दोनों आतंकियों ने बताई है.

आतंकियों की हुई पहचान
तीसरे फरार संदिग्ध आंतकी का नाम शहानवाज आलम है. ये खूंखार आतंकी है ये बात आज ATS ने मीडिया को बताई है. इससे इसके साथी तक पहुंचने में ATS को सफलता मिल सकती है. तीसरा व्यक्ति जिसने इन तीनों को घर दिलाने में मध्यस्थता की थी उसका नाम पठाण हैं और उसे ATS द्वारा गिरफ्तार किया गया है. चौथा मदद करने वाला रत्नागिरी का रहने वाला है, और इसने तीनों संदिग्ध आतंकियों को पैसे देकर मदद की है. इसकी पहचान काझी के नाम से हुई है. 

संदिग्धों के फ्लैट से मिला 500 जीबी डेटा
ATS को इस फ्लैट से 500 जीबी डेटा मिला है जिसे एनालिसिस करना है. ये 500 gb डाटा FSL को भेजा गया है. ATS को इस फ्लैट से बम बनाने का सर्किट मिला है. ये तीनो संदिग्ध आतंकी ब्लास्ट की टेस्टिंग जंगल में किया करते थे. इसके लिए तीनों जंगल में ही जाकर टेंट बनाकर रहते थे. होटल में रहने से इनकी पहचान हो सकती थी.  पुलिस को उनके फोटो, check in के दौरान CCTV फुटेज भी मिल सकता था, इसलिये जंगल में टेंट में रहते थे. ब्लास्ट टेस्टिंग के बाद उसकी क्षमता परखने के लिए जंगल मे ही टेंट में रुकते थे. महाराष्ट्र ats टीम इन चार संदिग्ध आतंकियों के अलावा अन्य संदिग्धों की तलाश में भी जुटी है.
 

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बता दें कि, महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ते  ने पुणे से कुछ संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया था. इनके साथ यहूदी सामुदायिक केंद्र की तस्वीरें पाए जाने के बाद मुंबई पुलिस ने कोलाबा में चाबड़ हाउस के पास सुरक्षा बढ़ा दी थी. कोलाबा में चाबड़ हाउस पहले भी 26/11 के आतंकवादी हमलों के दौरान आतंकवाद का लक्ष्य रहा है और तब से इमारत पर 24/7 पुलिस की उपस्थिति के साथ एक उच्च सुरक्षा रही है. पुलिस ने इन्हीं आतंकियों के फ्लैट से सामान बरामद किया है. 

चाबड़ हाउस की मिली थी तस्वीर
चाबड़ हाउस और इससे जुड़ी तस्वीरें देखने के बाद एटीएस अधिकारियों ने मुंबई पुलिस अधिकारियों को सूचित किया और मुंबई के दक्षिण क्षेत्र की पुलिस ने कोलाबा के चाबड़ हाउस में सुरक्षा और चौकसी बढ़ा दी. चाबड़ हाउस में रब्बी और उनकी पत्नी स्थानीय यहूदी समुदाय और पर्यटकों के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों, गतिविधियों और सेवाओं की मेजबानी करते हैं. केंद्र यहूदी धर्म का पालन करने के लिए शिक्षा और स्थान भी देता है. 

अह अल सुफा आतंकी मॉड्यूल या आईएसआईएस के रतलाम मॉड्यूल की जांच कर रही महाराष्ट्र एटीएस ने जहां कुछ संदिग्ध आतंकी राजस्थान में आतंकी हमले शुरू करने की योजना बना रहे थे, पुणे पुलिस से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया. 18 जुलाई को लगभग 02.30 बजे पुणे पुलिस ने बाइक चोरी के आरोप में मोहम्मद इमरान यूसुफ खान और मोहम्मद यूनुस मोहम्मद याकूब साकी नाम के 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया. आगे की जांच के दौरान पता चला कि दोनों एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की मोस्ट वांटेड लिस्ट में थे. दोनों मध्य प्रदेश के रतलाम के मूल निवासी हैं और उनका तीसरा साथी तब भागने में सफल रहा था.

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