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पश्चिम बंगाल: दीघा जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन आज, प्राण-प्रतिष्ठा अनुष्ठान और महायज्ञ में लेंगी सीएम ममता बनर्जी

ममता बनर्जी आज दीघा के जगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन समारोह और प्राण-प्रतिष्ठा और महायज्ञ में भाग लेंगी. एक अधिकारी ने बताया कि मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां पहले ही पूरी की जा चुकी हैं. साथ ही उन्होंने बताया कि मंदिर के उद्घाटन के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को गर्मी से बचने के लिए गमछा दिए जाएंगे.

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दीघा जगन्नाथ मंदिर.
दीघा जगन्नाथ मंदिर.

पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर स्थित दीघा में  बने जगन्नाथ धाम की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के महायक्ष में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हिस्सा लेंगी. इसके लिए वह मंगलवार को दीघा पहुंच गई हैं. इस दौरान एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा. इस महायज्ञ में लगभग 100 क्विंटल आम काठ और बेल काठ तथा दो क्विंटल घी का इस्तेमाल किया जाएगा.

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ममता बनर्जी ने कहा कि दीघा स्थित मंदिर जो 350 किलोमीटर दूर पुरी में स्थित 12 वीं सदी के जगन्नाथ मंदिर की प्रतिकृति है जो भारत का गौरव है. दीघा मंदिर में जगन्नाथ मंदिर की तरह भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा की प्राचीन मूर्तियों की प्रतिकृतियां हैं.

'मंदिर पहुंचा पवित्र जल'

अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि प्राण प्रतिष्ठा से जुड़े अनुष्ठानों के लिए विभिन्न तीर्थ स्थलों से पवित्र जल पहले ही मंदिर में लाया जा चुका है. साथ ही बुधवार को मंदिर के उद्घाटन के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं को गर्मी से बचाने के लिए गमछा दिए जाएंगे.

उन्होंने कहा, '24 एकड़ जमीन पर निर्मित जगन्नाथ मंदिर, जिसे जगन्नाथ धाम के नाम से भी जाना जाता है. इस मंदिर के निर्माण में राजस्थान के बंसी पहाड़पुर से लाए गए लाल बलुथा पत्थर का इस्तेमाल किया गया है जो एक 'वास्तुशिल्प चमत्कार, जटिल नक्काशी और पारंपरिक डिजाइन का मिश्रण है'

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मंगलवार को महायज्ञ में सीएम ने लिया भाग

मंगलवार को मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित मंदिर में आयोजित महायज्ञ में भाग लिया और कहा कि इसमें सभी धर्मों के लोग शामिल थे. उन्होंने कहा कि उन्होंने एक अनुष्ठान के दौरान पुजारियों से कहा कि उनका गोत्र ‘मां-माटी-मानुष’ है. 

महायज्ञ के बाद ममता बनर्जी ने मीडिया से कहा, 'आपको इसे (धर्म को) दिल से देखना चाहिए. धर्म का प्रचार मौखिक रूप से नहीं किया जा सकता. ये वह है जो दिल को छूता है. धर्म लोगों का विश्वास, आस्था और प्रेम है.'

मुख्यमंत्री ने कहा कि नवनिर्मित जगन्नाथ धाम एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटक आकर्षण के रूप में उभरा है. बेशक, ये बंगाल और भारत का गौरव है. इसकी वास्तुकला के कारण हमें इस पर गर्व है.

एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिम बंगाल सरकार नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर के उद्घाटन के बाद समुद्र तटीय पर्यटक शहर दीघा में वार्षिक 'रथ यात्रा' आयोजित करने की योजना बना रही है.

'पुरी की तरह हर साल होगी रथ यात्रा'

उन्होंने कहा कि 'रथ यात्रा' ओडिशा के पुरी में हर साल आयोजित होने वाले भव्य धार्मिक आयोजन की तरह होगी. अधिकारी ने बताया कि दीघा में ऐसी पहली यात्रा जून में आयोजित हो सकती है.

आपको बता दें कि 'जगन्नाथ धाम' को हाउसिंग इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (HIDCO) ने करीब 250 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया है. मंदिर की दैनिक गतिविधियों का प्रबंधन इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) द्वारा किया जाएगा. सीएम बनर्जी द्वारा 2018 में इस परियोजना की घोषणा की थी और साल 2022 में मंदिर का निर्माण कार्य शुरू हुआ था.

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