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दिल्ली ब्लास्ट के 7 दिन... क्या खुलासे हुए, कितने डॉक्टर जांच के दायरे में? 10 Points

दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए कार ब्लास्ट में 13 लोगों की मौत और 25 घायल होने के बाद जांच में एक खतरनाक व्हाइट-कॉलर टेरर मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ. केंद्र सरकार ने इसे आतंकी हमला घोषित किया, जिसके बाद NIA की ताबड़तोड़ कार्रवाई में सामने आया कि फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी का कमरा नंबर 13 साजिश का अड्डा था, जहां MBBS डॉक्टरों ने मिलकर लखनऊ, अयोध्या समेत कई शहरों में धमाकों की योजना बनाई.

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कई राज्यों से MBBS डॉक्टर पकड़े गए हैं, जिनमें डॉ. मुजम्मिल और डॉ. शाहीन जैसे मुख्य आरोपी शामिल हैं. (Photo- PTI)
कई राज्यों से MBBS डॉक्टर पकड़े गए हैं, जिनमें डॉ. मुजम्मिल और डॉ. शाहीन जैसे मुख्य आरोपी शामिल हैं. (Photo- PTI)

दिल्ली, सत्ता और शक्ति का केंद्र. देश की राजधानी. बीते 10 नवंबर को दिल्ली के लाल किले के पास एक जोरदार धमाका हुआ. भीड़भाड़ वाले इस इलाके में हुए ब्लास्ट से पूरी दिल्ली दहल गई. शुरुआत में सभी को लगा कि यह कोई ट्रांसफार्मर फटने जैसा मामूली हादसा होगा. लेकिन ब्लास्ट की तीव्रता और भीषणता को देखकर लगा कि मामला कुछ और है. 13 लोगों की मौत और 25 घायल हुए. यह एक आतंकवादी हमला था. एक सुसाइड बॉम्बर ने इसे अंजाम दिया था. घटना की जांच शुरू हुई. टेरर कनेक्शन सामने आया. और फिर एंट्री हुई NIA की. ताबड़तोड़ छापेमारी में एक से एक चौंकाने वाले खुलासे हुए. एक 'व्हाइट कॉलर टेरर मॉड्यूल' का पता चला. सात दिन बाद भी यह मामला सुर्खियों में बना हुआ है और लगातार नई-नई जानकारियां निकलकर सामने आ रही हैं. ऐसे में यह जानना बेहद अहम है कि इन सात दिनों में क्या-क्या हुआ और अब तक की जांच के बाद हमें क्या पता है.

1. 13 की मौत, 25 घायल- केंद्र ने माना आतंकी हमला

लाल किले के पास कार ब्लास्ट में 13 लोगों की मौत हुई और 25 घायल हुए. केंद्र सरकार ने इसे आधिकारिक तौर पर आतंकी हमला माना है और केंद्रीय कैबिनेट ने इस पर प्रस्ताव भी पारित किया.

2. अल-फलाह यूनिवर्सिटी बनी साजिश का अड्डा

फरीदाबाद की अल-फलाह यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग नंबर 17 का कमरा नंबर 13 आतंकियों का मीटिंग प्वाइंट निकला. पुलवामा के डॉ. मुजम्मिल, डॉ. शाहीन शाहिद और डॉ. उमर नबी ने लैब से विस्फोटक बनाने की सामग्री जुटाई.

3. कई शहरों पर था प्लान- लखनऊ, अयोध्या तक टारगेट

जांच में खुलासा हुआ कि आतंकियों की प्लानिंग सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं थी. लखनऊ, अयोध्या और कई शहरों में धमाके की साजिश रची जा चुकी थी.

4. 26 लाख का फंड और 26 क्विंटल खाद से विस्फोटक तैयार

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आतंकियों ने ब्लास्ट के लिए 26 लाख रुपये जुटाए और 26 क्विंटल खाद खरीदी थी, जिसका इस्तेमाल विस्फोटक बनाने के लिए किया जाना था.

5. आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर- DNA रिपोर्ट से पुष्टि

पता चला कि धमाका करने वाली कार को खुद मास्टरमाइंड डॉ. उमर मोहम्मद ड्राइव कर रहा था और उसने जानबूझकर खुद को उड़ा लिया. DNA रिपोर्ट ने इसकी पुष्टि कर दी. घटना के कुछ दिन बाद उमर मोहम्मद के पुलवामा स्थित घर को सुरक्षा एजेंसियों ने IED से उड़ा दिया.

6. तुर्की का ‘उकासा’ हैंडलर- सेशन ऐप से आदेश

जांच में बड़ा खुलासा हुआ कि तुर्की में बैठे ‘उकासा’ नाम के हैंडलर ने सेशन ऐप के जरिए भारत में अपने मॉड्यूल को निर्देश दिए.

7. उमर की कार की 5000+ CCTV फुटेज से ट्रैकिंग

आजतक को मिलीं 43 एक्सक्लूसिव CCTV तस्वीरों में उमर की i20 कार की पूरी रूट मैपिंग दिखी. 5000 से ज्यादा कैमरों की मदद से फरीदाबाद से पुरानी दिल्ली तक पूरा रास्ता ट्रैक किया गया.

8. 9mm कारतूस मिले, पिस्टल नहीं- जांच में नया एंगल

स्पॉट से 9mm के तीन कारतूस मिले, लेकिन उन्हें चलाने वाली पिस्टल गायब है. इससे जांच एक नए सवालों की तरफ बढ़ गई है.

9. NIA ने मुख्य आरोपी आमिर राशिद अली को पकड़ा

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धमाके में इस्तेमाल कार के मालिक आमिर राशिद को NIA ने दिल्ली से गिरफ्तार किया. यह वही शख्स है जिसने आत्मघाती हमलावर के साथ मिलकर पूरी साजिश को अंजाम दिया.

10. डॉक्टरों पर नकेल- कई राज्यों से MBBS आतंकी गिरफ्तार

अब तक डॉ. आदिल, डॉ. शाहीन, डॉ. परवेज, डॉ. आरिफ और डॉ. फारूक सहित कई MBBS डॉक्टरों को हिरासत में लिया गया है. मुख्य मास्टरमाइंड तीन हैं-

डॉ. उमर मोहम्मद (आत्मघाती हमलावर)

डॉ. मुजम्मिल (पुलवामा)

डॉ. शाहीन (अल-फालाह मॉड्यूल)

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