लाल किले के पास धमाका करने वाले आतंकी डॉ. उमर मोहम्मद (उर्फ उमर नबी) को आसफ अली रोड की सीसीटीवी फुटेज में देखा गया है. फुटेज में वह करीब 2:30 बजे के आसपास मस्जिद के पास दिखाई देता है. आसफ अली रोड के सीसीटीवी फुटेज में उमर लगभग 10वें सेकंड में दिखता है और वह मस्जिद के नजदीक ही था.
जांच में पाया गया है कि धमाका करने से पहले उमर पुरानी दिल्ली की फैज-ए-इलाही मस्जिद गया था, जो रामलीला मैदान के कोने में तुर्कमान गेट के सामने स्थित है. वहां वह करीब 10 मिनट से ज्यादा समय तक रुका था और मस्जिद के सीसीटीवी फुटेज में अंदर जाते और बाहर आते हुए साफतौर पर दिखाई दिया.
अलफला यूनिवर्सिटी के कैंपस से मिले अहम सुराग
जांचकर्ताओं को अलफला यूनिवर्सिटी के कैंपस से भी महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं. यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग नंबर 17 (ब्वॉयज हॉस्टल) को आतंकियों के मीटिंग प्वाइंट के रूप में चिन्हित किया गया है. खासकर कमरा नंबर 13 में दिल्ली और यूपी के कई ठिकानों पर बम धमाके की साजिश रची जाने का आरोप है.
हॉस्टल का रूम नंबर 13 था आतंकियों का मीटिंग पॉइंट
यह कमरा पुलवामा के डॉक्टर मुजम्मिल अहमद का बताया जा रहा है, जहां वह अन्य आतंकी डॉक्टर्स के साथ मीटिंग किया करता था. जांच में यह भी सामने आया है कि यूनिवर्सिटी की लैब से कुछ रासायनिक पदार्थ और उपकरण कमरे तक पहुंचाए जाते थे और इसी कमरे में यह तय किया जाता था कि लैब से कैसे कैमिकल बाहर निकाले जाएं और मुजम्मिल के कमरे पर पहुंचाए जाएं.
पुलिस को मिले डिवाइस और पेन ड्राइव
पुलिस ने कमरे को सीज कर वहां से कई तरह के डिवाइस और पेन ड्राइव बरामद किए हैं. फोरेंसिक टीम ने बिल्डिंग नंबर 17 के कमरे नंबर 13 और लैब से रासायनिक पदार्थ और डिजिटल डेटा जब्त किया है. शक है कि इन रसायनों से, कम मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट और ऑक्साइड मिलाकर विस्फोटक तैयार किए गए थे.