दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार धमाके की जांच तेज़ से चल रही है. इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की तरफ से मिले इनपुट के बाद दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस ने देर रात मेवात से तीन लोगों को हिरासत में लिया. सूत्रों के मुताबिक, ये वही लोग बताए जा रहे हैं जिनसे धमाके से पहले आतंकी उमर ने मुलाकात की थी.
जांच में एक और अहम जानकारी सामने आई है - उमर और उसके साथियों ने अमोनियम नाइट्रेट तीन अलग-अलग जगहों से खरीदा था, लेकिन इसे छुपाने के लिए उन्होंने इसे NPK (खाद) के नाम पर लिया, ताकि किसी को शक न हो. यह तरीका अक्सर स्थानीय मॉड्यूल द्वारा इस्तेमाल किया जाता है ताकि खरीदारी का रिकॉर्ड सुरक्षित और सामान्य लगे.
एजेंसियां अब यह समझने में जुटी हैं कि इन तीनों की पूरे मॉड्यूल में क्या भूमिका थी. क्या वे सिर्फ सप्लाई चेन में शामिल थे या धमाके की योजना में सीधे जुड़े थे. पुलिस इसकी भी जांच कर रही है कि अमोनियम नाइट्रेट किस चैनल, किस हैंडलर और किस नेटवर्क के जरिए उमर तक पहुंचा.
यह भी पढ़ें: दिल्ली धमाके के गुनहगार डॉक्टर उमर का घर ब्लास्ट से उड़ाया गया, पुलवामा में सुरक्षा बलों का एक्शन
दिल्ली पुलिस, हरियाणा पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां मिलकर अब इस नेटवर्क के हर लिंक की जांच कर रही हैं. अमोनियम नाइट्रेट की खरीद, सप्लाई, स्टोरेज, और उमर के संपर्कों की पूरी चेन को खंगाला जा रहा है. यह कार्रवाई इस बात का संकेत है कि एजेंसियां मामले की जड़ों तक पहुंचने के लिए बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चला रही हैं.
बता दें कि 10 नवंबर को शाम करीब 7 बजे लाल किले के पास हुए धमाके मामले में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं कई घायलों का इलाज अभी भी एलएनजेपी (लोक नायक जय प्रकाश नारायण) अस्पताल में चल रहा है.