राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सर्दियों के मौसम में बढ़ने वाले प्रदूषण पर नियंत्रण करने के लिए केजरीवाल सरकार ने पिछले साल की तरह इस बार भी फैसला लिया है. सरकार ने पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर पूरी तरह बैन लगा दिया गया है. दिल्ली सरकार में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पटाखों की ऑनलाइन बिक्री/डिलीवरी पर भी बैन रहेगा. पटाखों के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध 1 जनवरी 2025 तक लागू रहेगा. गोपाल राय ने आगे कहा कि प्रतिबंध को सख्ती से लागू करने को लेकर दिल्ली पुलिस, डीपीसीसी और राजस्व विभाग के साथ मिलकर कार्य योजना बनाई जाएगी.
बता दें कि दिल्ली सरकार ने पिछले साल भी सितंबर महीने में पटाखों पर बैन लगाने का ऐलान किया था. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने इसका ऐलान करते हुए कहा था कि 'मुख्यमंत्री ने फैसला लिया है कि सर्दियों में सभी पटाखों की बिक्री, और जलाने पर प्रतिबन्ध रहेगा.'
यह भी पढ़ें: दिल्ली प्रदूषण से परेशान, पर्यावरण सेस के 600 करोड़ बचाए बैठी रही केजरीवाल सरकार
बिगड़ जाती है हवा की गुणवत्ता
दरअसल अक्टूबर से दिल्ली की हवा खराब होने लगती है. इसकी दो वजहें हैं. पहली- अक्टूबर से मौसम बदलने लगता है. तापमान गिर जाता है और हवा की रफ्तार पर भी असर पड़ता है. दूसरी- इसी मौसम में दिल्ली के आसपास के सूबों में किसान पराली भी जलाना शुरू करते हैं. इससे प्रदूषण और बढ़ता है.
इसके साथ ही दिवाली के मौके पर पटाखे फोड़ने से हालात और ज्यादा खराब हो जाते हैं. दिल्ली में सदर बाजार, चांदनी चौक, कोटला, रोहिणी, लक्ष्मी नगर जैसे मार्केट मुख्य रूप से पटाखों के कारोबार के केंद्र हैं. हालांकि, पटाखों के बैन से लोगों के रोजगार पर भी बुरा असर पड़ा है.